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वैभव शुक्ला, नई दिल्ली, (CWG 2022):
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) के 10वें दिन भारतीय बॉक्सर निकहत जरीन ने भारत को गोल्ड मेडल दिलवाया। निकहत ने विमेन्स लाइट फ्लाई कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में उत्तरी आयरलैंड की कार्ले मैकनाउल को 5-0 से पटखनी देते हुए स्वर्ण अपने नाम किया। टीम इंडिया का कॉमनवेल्थ गेम्स में यह बॉक्सिंग में तीसरा गोल्ड मेडल है। निकहत ने पहली बार देश के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल हासिल किया है।
निकहत ने पहले ही राउंड से दमदार शुरुआत की जिसे उन्होंने आखिरी राउंड तक कायम रखा। निकहत ने इस मुकाबले को जीतकर इतिहास रच दिया। निकहत का कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए यह पहला मेडल है। निकहत से पहले रविवार को ही बॉक्सिंग में दो और गोल्ड मेडल भारत को मिले हैं।
विमेन्स कैटेगरी में नीतू और मेन्स कैटेगरी में अमित पंघल ने देश की झोली में गोल्ड मेडल डाला। निकहत ने सेमीफाइनल में शानदार खेल दिखते हुए इंग्लैंड की बॉक्सर 5-0 से पछाड़ा था। निकहत ने सेमीफाइनल के प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए फाइनल में भी पंच जड़ दिया और भारत को गोल्ड मेडल दिला दिया।
मुकाबले के पहले राउंड में निकहत ने अपनी विरोधी के खिलाफ मौका पाते ही लैफ्ट जैब लगाया जो कार्ले के चेहरे पर लगा। कार्ले ने निकहत पर जैब लगाया। पहले राउंड के मध्य में निकहत ने अटैक किया और दोनों तरफ से हुक लगा अच्छे पंच लगाए। दोनों खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया। लेकिन पांचों रैफरियों ने निकहत को आगे रखा।
दूसरे राउंड में निकहत ने अच्छी शुरुआत की लेकिन मैक्नॉल ने अटैक करने की रणनीति अपनाई। निकहत लगातार डिफेंसिव अंदाज में मैक्नॉल के प्रयासों को जाया कर रहीं थीं। दूसरे राउंड में भी निकहत के हक में पांचों ने रैफिरियों ने फैसला दिया। यहां से निकहत का गोल्ड लगभग तय हो गया था।
तीसरे राउंड में भी निकहत ने अपना दबदाब कायम रखा। वह मैक्नॉल के आक्रामक रवैये का फायदा उठा रही थीं। लेकिन निकहत ने उनके प्रयासों को जाया करते हुए अपनी डिफेंसिव स्किल्स का परिचय दिया। निकहत उनके प्रयासों को जाया करती रहीं।
निकहत ने दसवें दिन भारत को मुक्केबाजी में तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया। उनसे पहले भारत के दिग्गज मुक्केबाज अमित पंघाल ने 51 किलोग्राम भारवर्ग में सोना अपने नाम किया। अमित से पहले नीतू गंघास ने महिलाओं के मिनिममवेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता रेस्जटान डेमी जेड को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से हराकर गोल्ड जीता था। इन तीनों में मुकाबलों में खास बात यह रही कि तीनों मुकाबलों में भारत ने तीनों पदक 5-0 के अंतर से जीते हैं।
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