India vs Australia Women ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज़ के दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने 102 रनों की बड़ी जीत दर्ज़ की. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने इस वनडे सीरीज़ को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया. वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से पहले मुकाबले में हार के बाद भारतीय टीम ने दूसरे मुकाबले में शानदार कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी सबसे बड़ी जीत हासिल की. इसके अलावा भारतीय टीम की जीत की सबसे खास बात ये है कि 18 साल बाद भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को अपने घर में किसी ODI मैच में हराया. टीम इंडिया की इस 102 रनों की जीत में सबसे अहम किरदार निभाया स्टार ओपनर स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) और युवा तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ (Kranti Gaur) ने. मंधाना ने जहां शतक जमाया तो वहीं क्रांति गौड़ ने अपनी शानदार गेंदबाज़ी से मेला लूट लिया.
कैसे मिली इंडिया को सबसे बड़ी जीत?
न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मैच खेला गया. इस सीरीज़ का पहला मैच भी इसी मैदान पर हुआ था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 44 ओवर में ही 282 रन के लक्ष्य को सिर्फ 2 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया था. मगर इस बार भारतीय टीम ने अपनी पिछली हार का बदला लिया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को मात देते हुए सीरीज़ को 1-1 की बराबरी पर खड़ा कर दिया. भारतीय टीम की जीत में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों ने अहम किरदार निभाया और ऑस्ट्रेलिया को हराया.
मंधाना ने जड़ा धमाकेदार शतक
इस मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 292 रन स्कोरबोर्ड पर लगाए. भारत की तरफ से स्मृति मंधाना-प्रतिका रावल की ओपनिंग जोड़ी ने दमदार शुरुआत दिलाते हुए ताबड़तोड़ 70 रन की साझेदारी की. प्रतिका तो आउट हो गईं, लेकिन इसके बाद भी मंधाना का बल्ला रनों की बारिश करता रहा. पहले तो उन्होंने सिर्फ 45 गेंदों में अर्धशतक जमाया. फिफ्टी के बाद तो मंधाना ने अपने हमले और तेज़ कर दिए और मात्र 77 गेंदों में अपना 12वां वनडे शतक जड़ दिया. स्मृति (117 रन, 91 गेंद) के बाद दीप्ति शर्मा (40), स्नेह राणा (24) और ऋचा घोष (29) की पारियों के दम पर भारत ने 292 का स्कोर बनाया और ऑस्ट्रेलिया को 293 रनों का लक्ष्य दिया.
क्रांति गौड़ ने ऑस्ट्रेलिया को रूलाया
ऑस्ट्रेलिया के सामने 293 रनों की चुनौती थी, लेकिन उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही. पांचवें ओवर तक सिर्फ 12 रन के स्कोर पर ही उनके दोनों ओपनर आउट हो गए. रेणुका सिंह और क्रांति गौड़ ने भारत के लिए ये दोनों विकेट लिए. बेथ मूनी भी ज्यादा देर नहीं टिकीं और 62 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया का तीसरा विकेट गिरा. वर्ल्ड चैंपियन को सबसे बड़ा झटका 25वें ओवर में लगा, जब स्पिनर राधा यादव ने अपनी ही गेंद पर दिग्गज बल्लेबाज एलिस पैरी (44) का हैरतअंगेज कैच लपक लिया. इसके बाद धीरे-धीरे ऑस्ट्रेलिया के सभी दिग्गज बल्लेबाज पवेलियन लौटते गए और पूरी टीम सिर्फ 190 रन पर ऑल आउट हो गई. टीम इंडिया के लिए क्रांति ने 9.3 ओवर में सिर्फ 28 रन देकर 3 विकेट लिए.
टूटा 42 साल पुराना रिकॉर्ड
भारतीय टीम के लिए ये जीत बहुत ही खास थी क्योंकि 18 साल बाद उसने ऑस्ट्रेलिया को अपनी सरजमीं पर किसी वनडे मैच में हराया. इससे पहले भारत ने साल 2007 में चेपॉक में ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी. इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये किसी भी टीम की वनडे में सबसे बड़ी जीत है. इस मैच के साथ ही ऑस्ट्रेलिया का लगातार 13 मैच की जीत का सिलसिला भी टूट गया.