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India News(इंडिया न्यूज), Anshuman Gaikwad: भारतीय क्रिकेट टीम और पूरे देश के लिए एक दुखद घटना आज सामने आया। 71 वर्ष की आयु में टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी और पूर्व कोच का निधन हो गया। बता दें कि टीम इंडिया में इनका योगदान सराहनीय है, क्रिकेट को आगे तक ले जाने वाले खिलाड़ियों में इनका भी नाम शामिल है। इस बीच लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी जिनमं पीएम भी थे। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं कि कैसे इन्होंने अपने करियर की शुरुआत की और वो कौन से महान योगदान है जो इन्होंने टीम इंडिया को दिए।
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भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में एक प्रमुख हस्ती अंशुमान गायकवाड़ का बुधवार को 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे कैंसर से लंबे समय तक जूझते रहे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विभिन्न लोगों ने शोक व्यक्त किया। गायकवाड़ की क्रिकेट यात्रा में मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह महत्वपूर्ण योगदान रहा। भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने 40 टेस्ट मैचों और 15 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भाग लिया और बल्लेबाज के रूप में अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
उन्होंने दिसंबर 1974 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। दो 100+ स्कोर और दस अर्द्धशतक के साथ, गायकवाड़ ने टेस्ट मैचों में 30.07 की औसत से 70 पारियों में 1985 रन बनाए। वह एक साहसी क्रिकेटर थे, जो अपने असाधारण धैर्य के लिए भी जाने जाते थे। जालंधर में पाकिस्तान के खिलाफ उनका सर्वोच्च स्कोर 201 रन था, जो 671 मिनट तक चला, यह उस समय प्रथम श्रेणी क्रिकेट का सबसे धीमा दोहरा शतक था।
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अपने खेल करियर से परे गायकवाड़ ने कोचिंग में कदम रखा और भारतीय राष्ट्रीय टीम के कोच की जिम्मेदारी संभाली। कोच के रूप में उनके कार्यकाल में भारतीय टीम ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की, जिसका समापन 2000 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में दूसरे स्थान पर रहा। इस उपलब्धि ने क्रिकेट जगत में एक सक्षम रणनीतिकार और संरक्षक के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को मजबूत किया। गायकवाड़ की कैंसर से लड़ाई उनके लचीलेपन का प्रमाण थी। पिछले महीने भारत लौटने से पहले उन्होंने लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में इलाज कराया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय क्रिकेट पर गायकवाड़ के प्रभाव को स्वीकार करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “श्री अंशुमान गायकवाड़ जी को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और एक उत्कृष्ट कोच थे। उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।”
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