संबंधित खबरें
भारत ने वेस्टइंडीज को 211 रनों से हराया, रेणुका ने किया कमाल का प्रर्दशन
डॉ. मनसुख मंडाविया ने किया 'Fit India Sundays on Cycle' का शुभारंभ; CRPF, ITBP, और पूर्व WWE स्टार शैंकी सिंह ने कार्यक्रम में दी उपस्थिती
रवींद्र जडेजा के चलते कैंसिल हुआ भारत और ऑस्ट्रेलियाई के बीच मैच! जाने क्या है प्रेस कॉन्फ्रेंस विवाद के पीछे का सच?
IND vs AUS 4th Test: किसे रास नहीं आई हिंदी? Ravindra Jadeja की प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया जमकर बवाल!
'कैप्टन कूल' ने किया अन कूल काम, भड़क गई सरकार, अब भुगतना पड़ेगा ऐसा अंजाम
विराट कोहली नहीं बल्कि यह घातक ऑलराउंडर होगा RCB का अगला कप्तान! ऐसे हुआ चौंकाने वाला फैसला
Lionel Messi: फीफा वर्ल्ड कप 2022 खत्म हो गया है। इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच हुआ। जिसमें फ्रांस को हराते हुए अर्जेंटीना ने जीत हासिल की है। अर्जेंटीना की कमान लियोनल मेसी के हाथों में थी। बता दें कि अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे 35 वर्षीय मेसी ने अर्जेंटीना को चैंपियन बना कर ही दम लिया। मौजूदा वक्त में दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में मेसी का नाम आता है। मगर एक वक्त ऐसा भी था जब खुद मेसी ने भी नहीं सोचा होगा कि वह दुनिया में इतना बड़ा नाम हासिल करेंगे।
आपको बता दें कि लियोनल मेसी का जन्म साल 1987 में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता एक फैक्ट्री में काम किया करते थे। वहीं मेसी का मां सफाई का काम किया करती थीं। एक फुटबॉल क्लब में मेसी के पिता कोच थे। जिस कारण मेसी के खून में ही फुटबॉल था। लियोनल मेसी महज 5 साल की उम्र में एक फुटबॉल क्लब के साथ जुड़ गए। जहां खेल से जुड़ी हुई काफी चीजें उन्होंने सीखीं। 8 वर्ष के मेसी न्यूवैल ओल्ड बॉयज क्लब से जुड़ गए।
फुटबॉल की दुनिया में लियोनल मेसी अपना मन लगा रहे थे, उसी दौरान पता चला कि उन्हें ग्रोथ हार्मोने डिफिसिएंसी नाम की बीमारी है। इस बीमारी से शारीरिक विकास रुक जाता है। जिसके कारण वह बौने रह जाते हैं। फुटबॉल की दुनिया में मेसी अपनी झलक दिखा चुके थे। रिवर प्लेट मेसी को अपने साथ रखने के लिए तैयार था। मगर इलाज का खर्च नहीं उठा सकता था। उनकी बीमारी से परिवार चिंता में रहने लगा था। बार्सिलोना ने इसी दौरान एक छोटे फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए टैलेंट हंट प्रोग्राम को शुरू किया। जिसमें मेसी को चुन लिया गया।
बार्सिलोना ने ही इसके बाद लियोनल मेसी के इलाज का पूरा खर्चा उठाया था। जिस कारण उनके ऊपर बीमारी का असर नहीं हुआ। प्रोफेशनल फुटबॉल में वह अपना कदम रख चुके थे। करीब एक साल उन्हें यूरोप में सेटल होने में ही लग गया था। जिसके बाद उन्होंने अर्जेंटीना की बी टीम में भाग लिया और करीब हर मैच में उन्होंने गोल किया। 14 साल तक मेसी इस टीम के साथ रहे थे।
17 साल की उम्र में फुटबॉलर मेसी ने बार्सिलोना के लिए डेब्यू किया। उन्होंने अपना पहला मैच साल 2004 में खेला था। साथ ही इस क्लब के लिए खेलने वाले वह तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बनकर उभरे। बार्सिलोना की मुख्य टीम के लिए उन्होंने मई 2005 में पहला गोल किया था। बार्सिलोना के साथ उन्होंने जून में सीनियर खिलाड़ी के तौर अनुबंध किया। जिसके बाद लियोनल मेसी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा था।
जानकारी दे दें कि अब तक 7 बार लियोनल मेसी बेलोन डी ओर, 6 बार यूरोपियन गोल्डन शूज और बार्सिलोना के लिए 35 खिताब अपने नाम कर चुके हैं। ला लिगा में उन्होंने 474 गोल किए थे। बार्सिलोना के लिए मेसी 672 गोल कर चुके हैं। वर्ल्ड कप 2006 में मेसी पहली बार दिखाई दिए। तब से लेकर अब तक लियोनल मेसी सबसे अधिक 26 वर्ल्ड कप मैच खेल चुके हैं।
इस दौरान अर्जेंटीना के लिए उन्होंने सबसे अधिक 13 गोल किए हैं। 22 साल की उम्र में मेसी ने अपना पहला बैलेन डी ओर खिताब जीता था। मेसी 2021 में बार्सिलोना से अलग हो गए थे। साल 2008 में उन्होंने बीजिंग ओलंपिक में अर्जेंटीना को स्वर्ण पदक दिलाया था। हालांकि, उन्होंने साल 2010 में एक भी गोल नहीं किए थे। साथ ही उनकी टीम को भी हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि उनकी टीम साल 2014 में जर्मनी से हार गई थी, इस दौरान मेसी की आंखों में आंसू आ गए थे।
आपको बता दें कि उनकी आखिरी ख्वाहिश विश्व कप जीतने की थी। जो कि उन्होंने फीफा वर्ल्ड कप 2022 जीतकर पूरी कर ली है. इस जीत के बाद हर किसी की जुवां पर उनका नाम है। हर कोई मेसी की जमकर तारीफ कर रहा है।
Also Read: एसिड अटैक मामले में Flipkart को जारी किया जाएगा नोटिस, आगरा की एक कंपनी के जरिए बेचा तेजाब
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.