संबंधित खबरें
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
IND vs AUS 1st Test: शर्मनाक! भारतीय टीम की फिसड्डी बल्लेबाजी, कंगारुओं के सामने 150 पर टेके घुटने, इन धुरंधरो की खली कमी
IPL 2025: सामने आई डेट, इस दिन शुरू होगा क्रिकेट का त्योहार, जानिए अगले तीन साल का शेड्यूल!
IND vs AUS 1st Test: भारतीय टीम ने जीता टॉस, कंगारूओं के सामने पहले बैटिंग का फैसला, जानिए दोनों टीमों का प्लेइंग 11
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत चंदिला ने की भविष्यवाणी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 3-1 से होगी जीत
T20 मैच में पाकिस्तानी फैन ने दिखाया इमरान खान का पोस्टर, मिली ऐसी सजा, सुनकर खौल जाएगा पड़ोसी देश का खून
इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली: मास्टरकार्ड (Mastercard) अब भारत में सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के लिए बीसीसीआई का नया टाइटल स्पोंसर बन गया है। इससे पहले यह स्पोंसरशिप पेटीएम के पास थी। लेकिन अब बीसीसीआई ने यह स्पोंसरशिप मास्टरकार्ड को सौंप दी है।
सितंबर में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला बीसीसीआई के शीर्षक प्रायोजक के रूप में मास्टरकार्ड की पहली श्रृंखला होगी। भारत की टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली (20 सितंबर), नागपुर (23 सितंबर) और हैदराबाद (25 सितंबर) में 3 टी-20 मुकाबले खेलेगी।
भारत विश्व कप की अपनी तैयारियों को त्रिवेंद्रम (28 सितंबर), गुवाहाटी (1 अक्टूबर) और इंदौर (3 अक्टूबर) में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 टी-20 के साथ पूरा करेगा। इस सीरीज के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 वनडे मैच भी खेले जाएंगे। इन सभी सीरीज के टाइटल राइट्स अब पेटीएम से मास्टरकार्ड को ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
बीसीसीआई ने आखिरकार मास्टरकार्ड के अधिकारों को फिर से सौंपने के लिए पेटीएम के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। रुपये की समान कीमत पर अधिकारों को फिर से सौंपा गया है। 3.8 करोड़ प्रति मैच। बीसीसीआई ने इस बात की पुष्टि की है कि PayTM ने भारतीय क्रिकेट के साथ प्रायोजन सौदे को बीच में ही छोड़ने का फैसला किया है।
डिजिटल भुगतान कंपनी ने 5 जुलाई को बीसीसीआई को सूचित किया था कि वे भारतीय क्रिकेट के शीर्षक प्रायोजक के रूप में बने रहने में रुचि नहीं रखते हैं। पेटीएम के अनुरोध पर ही मास्टरकार्ड को यें अधिकार दिए जा रहे हैं। बीसीसीआई के एक स्रोत ने पुष्टि की और कहा
“हां, उन्होंने अधिकारों के हस्तांतरण के लिए एक अनुरोध भेजा था। यह सही है कि किसी तीसरे पक्ष को अधिकार सौंपने का प्रावधान है। नए प्रायोजक के साथ अनुबंध दो सप्ताह के समय में पूरा किया जाएगा। वे 2023 तक भागीदार के रूप में बने रहेंगे”।
पेटीएम ने साल 2019 में बीसीसीआई के साथ ₹326.80 करोड़ की स्पोंसर टाइटल की डील साइन की थी। यह सौदा 2023 तक जारी रहने वाला था। लेकिन पेटीएम ने इसे बीच में छोड़ने का फैसला किया है। डिजिटल भुगतान कंपनी ने 5 जुलाई को बीसीसीआई को सूचित किया था कि
वे भारतीय क्रिकेट के शीर्षक प्रायोजक के रूप में बने रहने में रुचि नहीं रखते हैं। इन अधिकारों की कीमत ₹3.80 करोड़ प्रति मैच थी। यह पिछले प्रति मैच मूल्य ₹2.4 करोड़ की तुलना में 58% वृद्धिशील मूल्य पर था। 2015 में पेटीएम पहली बार भारतीय क्रिकेट का टाइटल स्पॉन्सर बना था।
अब पेटीएम ने बीसीसीआई से मास्टरकार्ड के अधिकार सौंपने का अनुरोध किया है। बीसीसीआई ने पेटीएम के इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और अब भारतीय क्रिकेट का नया टाइटल स्पोंसर मास्टरकार्ड (Mastercard) बन गया है।
ये भी पढ़ें : क्रुणाल पांड्या के घर आया नन्हा मेहमान, पत्नी पंखुड़ी ने दिया बेटे को जन्म
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.