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सचीन वजाणी, नई दिल्ली:
Shastri-Kohli Era Ended with Victory: कहते हैं की जो आता है उसे एक ना एक दिन जाना ही होता है। जो व्यक्ति आज सत्ता पर है वह कल नहीं होगा और जो सत्ता पर नहीं है वह शायद कल सत्ता पर आ भी सकता है। कहने का तात्पर्य यही है कि परिवर्तन संसार का नियम है और यह परिवर्तन ना केवल जिंदगी में बल्कि जिंदगी से जुड़े हुए हर क्षेत्र में लागू होता है।
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क्रिकेट जगत की बात करें तो विराट कोहली पर यह बात आजकल ज्यादा लागू हो रही है क्योंकि एक वक्त था जब उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में अपने आप को तराशा था और फिर भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभाली थी।लेकिन विराट कोहली ने इसी परिवर्तन के नियम को अपनाते हुए अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट से कप्तानी की जिम्मेदारी से अपने आप को मुक्त कर दिया। अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में अंतिम बार विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करते हुए दिखे थे।
हालांकि बतौर एक खिलाड़ी वह भारतीय क्रिकेट टीम में खेलते ही रहेंगे लेकिन वह अब टी20 क्रिकेट में कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे। कप्तान के तौर पर उनकी जगह रोहित शर्मा को दी गई है जो कि न्यूजीलैंड के सामने होने वाली टी20 टूर्नामेंट में भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करेंगे।
दूसरी ओर ना सिर्फ विराट कोहली बल्कि टूर्नामेंट में भारत के सफर के साथ मुख्य कोच रवि शास्त्री के कार्यकाल का भी समापन (Shastri-Kohli Era Ended with Victory) हुआ है। खिलाड़ी के तौर पर कोहली के आंकड़े बाद में देखेंगे लेकिन पहले एक नजर कर लेते है कप्तान कोहली के टी20 क्रिकेट के कुछ रोचक आंकड़े और जानकारी पर।
कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल इस अंतरराष्ट्रीय टी20 विश्व कप के साथ ही समाप्त हो गया है। उनके साथ भरत अरुण और श्रीधर के कोचिंग करियर का भी अंत हो गया है। हालांकि अब भारतीय क्रिकेट टीम के कोच की जिम्मेदारी राहुल द्रविड़ को सौंपी गई है और उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम आगे कैसा प्रदर्शन करेंगी यह देखना काफी रोचक होगा। टी20 विश्व कप 2021 में महेन्द्र सिंह धोनी बतौर मेंटर भारतीय क्रिकेट टीम के साथ जुड़े थे।
हालांकि वह अब आगे भारतीय क्रिकेट के साथ जुड़े रहेंगे या नहीं यह फिर हाल तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन यह तो जरूर कहा जा सकता है कि जिस तरह टूनार्मेंट के शुरू होने से पहले ही बातें हो रही थी कि मेंटर के तौर पर धोनी भारतीय टीम के साथ जुड़ते ही भारतीय क्रिकेट टीम को एक मजबूती मिल जाएगी।
लेकिन ना ही रवि शास्त्री कि कोई स्ट्रेटजी और ना ही धोनी का वह यादगार हेलीकॉप्टर शॉट भारतीय क्रिकेट टीम के काम आया। या यूं भी कह सकते हैं कि इन दोनों अनुभवी पूर्व क्रिकेटर का प्रभाव विराट सेना पर बेअसर रहा।
बतौर कप्तान विराट कोहली के आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने 2017 से 2021 तक 50 टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया है जिसमें से 30 मैच जीतने में भारतीय क्रिकेट टीम सफल रही है जबकि 16 मैचों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा है। दो मैच अनिर्णित रहे हैं और अन्य दो मैच टाई रहे हैं। इस प्रकार विराट कोहली का विनिंग परसेंटेज 64.58 दर्ज होता है।
दूसरी ओर देखा जाए तो यह प्रतिशत के आंकड़े कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के आंकड़ों से काफी अच्छे हैं, क्योंकि धोनी ने बतौर कप्तान भारत के लिए 2007 से 2016 तक 72 मैच खेले हैं जिसमें से 41 मैचों में टीम को विजय प्राप्त हुई है जबकि 28 मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। एकमात्र मैच टाइ रही है और दो मैच के परिणाम नहीं आ सके है।
विश्व कप में या किसी द्विपक्षीय सीरीज में हमने कई बार देखा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के खाते में टॉस नहीं गिरती। टी20 विश्वकप में भी हमने इस बार देखा कि पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के सामने खेली गई शुरूआती दो मैचों में भारत ने टॉस नहीं जीता था और इन्हीं दो मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
लेकिन किसी द्विपक्षीय सीरीज की तमाम मैचों में टॉस जीतना और मैच भी जीतने का एक अलग ही रिकॉर्ड कप्तान कोहली के नाम पर दर्ज है। वर्ष 2019 में वेस्टइंडीज और भारत के बीच में तीन अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच का मुकाबला हुआ था। इस सीरीज में कप्तान विराट कोहली ने सभी मैच में टॉस अपने नाम किए थे और मैच भी अपने नाम करने में भारतीय क्रिकेट टीम सफल रही थी।
जिस तरह टी20 क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के बाद विराट कोहली ने कप्तानी संभाली थी, उसी तरह अब विराट कोहली के बाद रोहित शर्मा के नाम पर कप्तान की मोहर लगाई गई है। टी20 विश्व कप के बाद न्यूजीलैंड की टीम भारत का दौरा करने वाली है जिसमें वह टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ टेस्ट मैच भी खेलेगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में इस सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा भी कर दी थी जिसमें रोहित शर्मा को बतौर कप्तान जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बेशक रोहित शर्मा कप्तान के तौर पर उमदा खिलाड़ी साबित होंगे ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं क्योंकि इंडियन प्रीमियर लीग में पांच बार चैंपियन बनने वाली मुंबई इंडियन टीम की कमान भी रोहित शर्मा के ही हाथों में है। इसी बात के मद्देनजर भारतीय टी20 क्रिकेट टीम के लिए रोहित शर्मा बतौर कप्तान एक उमदा विकल्प साबित हो सकते हैं। वीरेंद्र सहवाग एवं अन्य कई दिग्गज क्रिकेटर का भी यही मानना है कि रोहित शर्मा विराट कोहली के उत्तराधिकारी का पदभार संभाल सकते हैं।
रवि शास्त्री का कार्यकाल देखा जाए तो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए वह मिला जुला रहा है। हालांकि रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान कई विवाद भी उठे थे लेकिन उन विवादों को नजरअंदाज किया जाए तो यह कहा जा सकता है कि भारतीय क्रिकेट टीम शानदार प्रदर्शन करने में सफल रही हैं। ना सिर्फ टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बल्कि एकदिवसीय तथा टेस्ट क्रिकेट में भी भारतीय क्रिकेट टीम रिकॉर्ड प्रदर्शन करने में कामयाब रही है और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का पहला संस्करण इसी बात का एक जीता जागता उदाहरण भी है।
भले ही रवि शास्त्री कोचिंग के कारभार से निवृत हुए हैं लेकिन उन्होंने नामीबिया के सामने खेले गए मैच के बाद इस बात के संकेत दिए थे कि वह फिर से कमेंट्री बॉक्स में तशरीफ रख सकतें हैं। हालांकि इस बात की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन यदि रवि शास्त्री फिर से कमेंट्री बॉक्स में शिरकत करते हैं तो बेशक उनकी आवाज का जादू क्रिकेट प्रेमियों को फिर से लुभाने में कामयाब हो सकता है।
वर्ष 2017 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया था। इस टूनार्मेंट के बाद अनिल कुंबले की जगह रवि शास्त्री को कोच की जिम्मेदारी दी गई थी। रवि शास्त्री के कार्यकाल में देखा जाए तो भारतीय क्रिकेट टीम ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में रिकॉर्ड प्रदर्शन किया है।
वर्ष 2018 में एशिया कप जीतने में भारतीय क्रिकेट टीम सफल रही थी और वर्ष 2019 में आस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में उसी की धरती पर हराने वाली पहली एशियाई टीम भी बनी थी।
हालांकि लगातार दूसरी बार भारत ने आस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में हराकर यह साबित कर दिखाया था कि वह टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन टीम है। देखा जाए तो बड़ी आईसीसी टूर्नामेंट में भारतीय क्रिकेट टीम को विजेता बनाने में शास्त्री की कोचिंग थोड़ी कमजोर जरूर साबित हुई है।
आइए नजर करते हैं भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट के प्रदर्शन पर जो रवि शास्त्री के कार्यकाल में खेले गए हैं।
क्रिकेट फोर्मेट | कुल मेच | जीत | हार | ड्रॉ | टाई | परिणाम रहित |
एक दिवसीय | 76 | 51 | 22 | – | 2 | 1 |
टेस्ट | 43 | 25 | 13 | 5 | – | – |
टी20 | 64 | 42 | 18 | – | 2 | 2 |
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