Live
Search
Home > क्रिकेट > बिहार के लड़के की जिंदगी में आया वह लम्हा, फिर कैसे ‘गीता’ ने बदल दी ‘किशन’ की लाइफ

बिहार के लड़के की जिंदगी में आया वह लम्हा, फिर कैसे ‘गीता’ ने बदल दी ‘किशन’ की लाइफ

Ishan Kishan Come Back Team India: टैलेंटेड खिलाड़ी ईशान किशन के लिए 2 साल तक टीम इंडिया से दूर रहना किसी सजा से कम नहीं था. क्रिकेटर के लिए टीम इंडिया में वापसी करना आसान नहीं था.

Written By: JP YADAV
Edited By: Ankush Upadhyay
Last Updated: 2025-12-20 17:09:06

Ishan Kishan Come Back Team India : भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) ने टी-20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड का शनिवार को एलान कर दिया. टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव ही रहेंगे. टीम में 2 साल बाद ईशान किशन की वापसी हुई है. फैन्स के साथ-साथ क्रिकेट के विशेषज्ञ भी मांग कर रहे थे कि ईशान किशन को टीम इंडिया के स्क्वाड में शामिल किया जाए. आखिरकार उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप स्क्वाड में मौका मिल ही गया. इस तरह ईशान की 2 साल बाद टीम में वापसी हुई है. ईशान किशन ने आखिरी टी20 इंटरनेशनल मुकाबला 28 नवंबर, 2023 को खेला था. 

कभी नहीं खोया हौसला

उन्‍होंने आखिरी टी-20 इंटरनेशनल मुकाबला 28 नवंबर, 2023 को खेला था. बतौर कप्तान झारखंड को पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब दिलाकर ईशान किशन ने अपने क्रिकेट करियर को फिर से जानदार-शानदार बना दिया. दो साल तक टीम इंडिया से बाहर रहना बहुत तकलीफदेय रहा है. ईशान किशन को टीम इंडिया में वापसी के लिए कई स्तर पर लड़ाई लड़नी पड़ी. एक लड़ाई खुद से थी, जिसमें आत्मविश्वास भी था और जिसे उन्होंने कभी नहीं खोया. आखिरकार परिणाम सकारात्मक आया.

पिता ने बताया- आखिर कैसे आया बदलाव

ईशान किशन के पिता प्रणव पांडे (Pranav Pandey) के मुताबिक, यह दौर बहुत कठिन था. ईशान को मानसिक शांति और नया मकसद पाने में मदद मिली भगवद्गीता से. भगवद्गीता ने ईशान किशन को जीवन की सीख दी. बता दें कि लगातार दो साल से ईशान किशन मुश्किल दौर से गुजर रहे थे. इस साल भी उन्हें अपना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खोना पड़ा. इसके अलावा, भारतीय टीम में जगह भी गंवानी पड़ी. 

गीता का श्लोक पढ़कर आंखों में आए थे आंसू

‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन (तुम्हारा अधिकार कर्म करने पर है, फल पर कभी नहीं). यह भगवद्गीता के अध्याय 2 के श्लोक संख्या 47 में लिखा है. बताया जा रहा है कि गीता की श्लोग पढ़कर ईशान किशन की आंखों में आंसू आ गए. पिता की मानें तो ठीक एक साल पहले दिसंबर, 2024 में निजी उथल-पुथल से गुज़रते हुए क्रिकेट खिलाड़ी ईशान किशन ने भगवद्गीता पढ़ना शुरू किया. इस दौरान महाभारत के अर्जुन की तरह ईशान किशन ने भी दो लड़ाइयां लड़ीं. पहली अपने करियर के साथ और दूसरी इस अनिश्चितता के साथ कि उनका करियर किस दिशा में जा रहा है?

मानसिक थकान के चलते मांगा था ब्रेक

यहां पर बता दें कि ईशान किशन ने दिसंबर, 2023 में मानसिक थकान के कारण खेल से ब्रेक मांगा था. इसके चलते तत्कालीन टीम प्रबंधन खिलाड़ी से खफा हो गया. कहा जाता है कि टीम इंडिया प्रबंधन उन खिलाड़ियों में बनने वाली स्वाभाविक निराशा को समझने में विफल रहा जिन्हें विभिन्न वजहों से बार-बार बेंच पर बैठाया जाता है. इसके उलट तत्कालीन कोच राहुल द्रविड़, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और तत्कालीन नेतृत्व समूह दी गई गैर आधिकारिक जानकारी से पता चला था कि ईशान किशन ने अपना चयन टीम इंडिया में चयन नहीं होने को अपेक्षित मानसिकता के साथ नहीं संभाला. 

भगवद्गीता के एक श्लोक ने बदली किस्मत

बात दिसंबर 2024 की है. ईशान किशन को अपने मोबाइल फोन पर स्क्रॉल करते समय भगवद्गीता का एक उद्धरण मिला जिसने प्रतिभाशाली विकेटकीपर-बल्लेबाज को आकर्षित किया. संस्कृत में उन्होंने इसका अर्थ समझने के लिए अपने पिता को फोन किया. पिता प्रणव पांडे ने भगवद्गीता के कुछ श्लोक सुनाए, जिसके बाद ईशान ने पवित्र पुस्तक मंगवाई और तब से यह उनके बल्ले और कीपिंग ग्लव्स के साथ उनके जीवन का एक अभिन्न अंग बन गई है. 

श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन कर आए थे चर्चा में

पिता प्रणव पांडे स्वीकार करते हैं कि आध्यात्मिकता और परिवार ने ईशान किशन को मुश्किल समय से लड़ने में मदद की. बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में दोहरा शतक लगाने के बाद ऐसा लगा कि किशन ने 2023 वनडे विश्व कप के लिए रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग स्लॉट पक्का कर लिया है. यह अलग बात है कि श्रीलंका के खिलाफ घर पर अगले ही वनडे में टीम मैनेजमेंट ने शुभमन गिल को चुना. इसके चलते ईशान किशन को पूरे मल्टी-नेशन टूर्नामेंट में रिजर्व भूमिका में रखा गया. यहां पर उन्होंने तभी खेला जब शुभमन गिल डेंगू के कारण अनुपलब्ध थे.

फिट होने के बाद भी नहीं मिला मौका 

वहीं, जब विश्व कप से पहले केएल राहुल अनुपलब्ध थे तो किशन मिडिल ऑर्डर में आए और प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिसमें पाल्लेकेले (श्रीलंका) की मुश्किल पिच पर पाकिस्तान के मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ 91 रन शामिल थे. लेकिन केएल राहुल के पूरी तरह फिट होने के बाद उन्हें फिर से जगह छोड़नी पड़ी. यहां पर यह भी बता दें कि T20I में भी ऋषभ पंत की अनुपस्थिति और किशन के बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के बावजूद टीम इंडिया ने मिडिल ऑर्डर के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज जितेश शर्मा और संजू सैमसन को प्राथमिकता दी. 

आर. अश्विन भी कर चुके हैं ईशान किशन की तारीफ

ईशान किशन प्रतिभा के मामले किसी भी भारतीय खिलाड़ी से कम नहीं हैं. आर अश्विन ने अपने YouTube चैनल पर किशन की तारीफ करते हुए उन्हें एक असाधारण टीम मैन कहा था. इसके साथ ही भारत के वेस्टइंडीज दौरे की एक घटना को याद किया था. अश्विन ने अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी लगातार बेंच पर बैठने के बावजूद किशन के रवैये की भी तारीफ की थी. अश्विन ने कहा था कि ईशान किशन एक असाधारण टीम मैन है. वह प्लेइंग इलेवन के खिलाड़ियों को जो पानी देते हैं, उसमें भी पॉजिटिव वाइब्स मिला देते है. 

आखिर क्यों हुए थे टीम इंडिया से बाहर 

ईशान किशन पर आरोप लगता है कि साउथ अफ्रीका में ब्रेक मांगने के बाद टीम इंडिया का प्रबंधन उनसे नाराज हो गया था. राहुल द्रविड़ और अजित अगरकर ने ईशान किशन के रवैये पर सवाल उठाया था. इस दौरान राहुल द्रविड़ ने कहा था कि उसकी टेक्निक विदेशी हालात के लिए सही नहीं है और केएल राहुल विकेटकीपिंग करेंगे. यह सब तब हुआ जब किशन ने इंट्रा-स्क्वाड मैच में विकेटकीपिंग की थी और तत्कालीन कप्तान रोहित शर्मा ने उसे बताया था कि वह खेलने वाला है. राहुल द्रविड़ ने यह भी कहा था कि अगर ईशान किशन फिर से भारत के लिए खेलना चाहता है, तो उसे घरेलू क्रिकेट खेलना होगा. उसी द्रविड़ ने शायद इस बात को नज़रअंदाज़ कर दिया कि 10 दिसंबर को चट्टोग्राम में अपने दोहरे शतक के चार दिन बाद ईशान किशन ने रांची में केरल के खिलाफ शतक बनाया था. ईशान किशन को भारत के लिए खेले हुए दो साल हो गए हैं. तब से वह डीवाई पाटिल टूर्नामेंट औ बुची बाबू टूर्नामेंट में खेल चुके हैं. 

कम नहीं हुई ईशान किशन की चुनौती

टीम इंडिया में ईशान किशन को शामिल किया गया है. टीम इंडिया को 21 जनवरी, 2026 से न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज खेलनी है. इस सीरीज में ईशान किशन को खुदको साबित करना होगा. ईशान किशन इस सीरीज में अगर फेल हो जाते हैं तो सेलेक्टर्स फिर से बदलाव करने के बारे में विचार करने के लिए मजबूर हो जाएंगे. ऐसे में ईशान किशन तभी टी-20 वर्ल्ड कप की टीम में शामिल हो पाएंगे जब वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 टी-20 मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.  

MORE NEWS