संबंधित खबरें
6 अप्रैल, 2014 की वो मनहूस रात, जिसने युवराज सिंह को बना दिया हीरो से विलेन, मारे गए पत्थर
‘सचिन तेंदुलकर से बड़ा क्रिकेट बनेगा मेरा बेटा’, हरभजन सिंह की बड़ी भविष्यवाणी, हैरान रह गई पब्लिक
यशस्वी की इस गलती पर भड़के रोहित शर्मा, होटल में ही छोड़कर ब्रिस्बेन रवाना हुई टीम
स्कूली बच्चे ने तोड़ा बाबर आजम का घमंड! बना डाला यह शर्मनाक रिकार्ड
अब तो युगांडा भी निकला इस रिकार्ड में आगे, पड़ोसी पाकिस्तान नंबर 1, दूर-दूर तक नहीं भारत का नाम
टीम इंडिया के उभरते सितारे का खत्म हुआ करियर? पहले नेशनल टीम से निकाला, अब घरेलू क्रिकेट में भी कटा पत्ता
India News (इंडिया न्यूज), Vinod Kambli’s unbreakable record: विनोद कांबली ने 29 जनवरी 1993 को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। विनोद कांबली और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर बचपन के दोस्त हैं। दोनों ने ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग एक साथ ही डेब्यू किया था, हालांकि दोनों का करियर काफी अलग-अलग रहा। कांबली भारत के लिए सिर्फ 17 टेस्ट मैच ही खेल पाए, लेकिन उनके नाम ऐसे रिकॉर्ड हैं जिन्हें सचिन भी नहीं तोड़ पाए। 21 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले कांबली ने 23 साल की उम्र में अपना आखिरी टेस्ट खेला था। छोटा टेस्ट करियर होने के बावजूद आज भी उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं।
कांबली के नाम भारतीय टीम की ओर से सबसे कम उम्र में दोहरा शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड है। 21 साल 32 दिन की उम्र में कांबली ने मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में 224 रनों की पारी खेली थी और भारत की ओर से दोहरा शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने थे। सचिन तेंदुलकर की बात करें तो सचिन ने 1999 में 26 साल की उम्र में न्यूजीलैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। इसके अलावा कांबली ने 1989 में रणजी डेब्यू किया था। कांबली ने गुजरात के खिलाफ अपना पहला रणजी मैच खेला था और छक्का लगाकर अपना खाता खोला था।
6 अप्रैल, 2014 की वो मनहूस रात, जिसने युवराज सिंह को बना दिया हीरो से विलेन, मारे गए पत्थर
1993 में कांबली ने दो टेस्ट मैचों में लगातार दो दोहरे शतक लगाकर एक और रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने सबसे पहले इंग्लैंड के खिलाफ 224 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 227 रनों की पारी खेलकर लगातार दो टेस्ट मैचों में दो दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया था।
कांबली ने टेस्ट क्रिकेट की 14 पारियों में 1000 रन बनाए थे। वह भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। इतना ही नहीं, कांबली का औसत सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग जैसे बल्लेबाजों से भी ज्यादा है। उन्होंने 17 टेस्ट मैचों में 54.2 की औसत से 2 दोहरे शतक और 4 शतकों के साथ 1084 रन बनाए हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.