राघोपुर – 43.31% मतदान
राघोपुर सीट पर सियासी तापमान सबसे ज्यादा है। यहां राजद के नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव का मुकाबला भाजपा के सतीश कुमार से है। यह सीट यादव परिवार की परंपरागत सीट रही है और हर चुनाव में चर्चा का केंद्र बनती है।
महुआ – 40.41% मतदान
महुआ सीट पर इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प है। तेज प्रताप यादव, जो हाल ही में राजद से निष्कासित किए गए थे, अब मौजूदा राजद विधायक मुकेश रौशन को चुनौती दे रहे हैं। तेज प्रताप के लिए यह चुनाव राजनीतिक अस्तित्व की परीक्षा माना जा रहा है।
अलीनगर – 37.50% मतदान
अलीनगर सीट इस बार सुर्खियों में है क्योंकि यहां भाजपा ने लोक गायिका मैथिली ठाकुर को मैदान में उतारा है। ठाकुर अपनी लोकप्रियता और युवा छवि के दम पर लंबे समय से राजद के कब्जे वाली इस सीट को जीतने की कोशिश में हैं।
छपरा – 39.57% मतदान
छपरा में इस बार भोजपुरी फिल्मों की चमक चुनावी मैदान में उतर चुकी है। खेसारी लाल यादव राजद के टिकट पर मैदान में हैं, जबकि जन सुराज पार्टी से गायक-राजनेता रितेश पांडे करगहर से ताल ठोक रहे हैं। यह सीट भोजपुरिया मतदाताओं के उत्साह से गर्माई हुई है।
लखीसराय – 44.20% मतदान
लखीसराय से राज्य के वरिष्ठ मंत्री विजय कुमार सिन्हा लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं। यह सीट एनडीए के लिए प्रतिष्ठा का प्रतीक मानी जा रही है।
तारापुर – 44.35% मतदान
तारापुर सीट पर एनडीए की ओर से सम्राट चौधरी मैदान में हैं। यह सीट इस बार भाजपा की रणनीति के केंद्र में है क्योंकि इसे संगठनात्मक मजबूती की कसौटी माना जा रहा है।
सीवान – 40.19% मतदान
सीवान सीट पर पहली बार बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला राजद के वरिष्ठ नेता अवध चौधरी से है। यह सीट पारंपरिक रूप से राजनीतिक रूप से संवेदनशील मानी जाती है।
मोकामा – 41.78% मतदान
मोकामा सीट पर मुकाबला बाहुबल और राजनीति के बीच फंसा हुआ है। यहां जेल में बंद जदयू नेता अनंत सिंह और राजद समर्थित सूरजभान सिंह की पत्नी आमने-सामने हैं। एक जन सुराज कार्यकर्ता की हत्या के बाद यह सीट और भी चर्चाओं में आ गई है।
NDA और महागठबंधन में है मुख्य मुकाबला
बिहार चुनाव 2025 में सीधी टक्कर एनडीए और महागठबंधन के बीच है. NDA में भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) शामिल हैं. महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (VIP), और वामदलों का गठजोड़ (CPI, CPI-ML, CPI(M)) शामिल है. इस बार NDA ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा स्पष्ट नहीं किया है, जबकि महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना नेता घोषित किया है. NDA राज्य में नीतीश कुमार के 20 साल के शासन और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के कार्यकाल को जनता के सामने उपलब्धि के रूप में पेश कर रहा है. वहीं, महागठबंधन बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच उतर रहा है.