सीट बंटवारे पर बनी सहमति
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर कई दिनों से गतिरोध बना हुआ था। वीआईपी अधिक सीटों की मांग पर अड़ी हुई थी, जिस कारण समझौता टलता जा रहा था. बुधवार को तो सहनी ने दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला ली थी, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मध्यस्थता के बाद बातचीत आगे बढ़ी. प्रेस वार्ता को कई बार टालने के बाद आखिरकार शाम तक महागठबंधन में फॉर्मूला तय हो गया.
इस समझौते के तहत वीआईपी को 15 सीटें दी गईं और साथ ही भविष्य में राज्यसभा व दो एमएलसी सीटों का ऑफर भी दिया गया है, ताकि कम सीटों की भरपाई हो सके. इस समझौते की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने दी.
उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी
सीट बंटवारे पर समझौता होने के तुरंत बाद वीआईपी ने दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी कर दी. पार्टी अध्यक्ष मुकेश सहनी गौड़ा बौराम सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद बिंद को भभुआ सीट से टिकट दिया गया है. दोनों नेता शुक्रवार को ही नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. बाकी उम्मीदवारों की सूची भी जल्द घोषित की जाएगी.
गठबंधन में तनाव की वजह
गौरतलब है कि महागठबंधन के प्रमुख दल RJD और कांग्रेस ने सीट बंटवारा पूरी तरह तय होने से पहले ही कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी. जबकि वीआईपी के हिस्से की सीटें फाइनल नहीं होने के कारण पार्टी के प्रत्याशी पीछे रह गए थे. सहनी की ज्यादा सीटों की मांग और इस पर देर से बनी सहमति ने सीट बंटवारे की प्रक्रिया को लंबा खींच दिया.
गौड़ा बौराम सीट पर दिलचस्प मुकाबला
गौड़ा बौराम सीट पर मुकाबला इस बार खास होने वाला है। 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से वीआईपी की स्वर्णा सिंह NDA गठबंधन के टिकट पर जीती थीं, लेकिन बाद में वे भाजपा में चली गईं. इस बार भाजपा ने स्वर्णा सिंह का टिकट काटकर सुजीत कुमार सिंह को मैदान में उतारा है. अब इसी सीट पर महागठबंधन की ओर से मुकेश सहनी चुनाव लड़ेंगे। यह सीट दरभंगा जिले की सियासत में अहम मानी जाती है.