Bihar Very Unique Case: बिहार के दरभंगा जिले से एक बड़ा ही हैरान करने के साथ-साथ रोमांचक मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को पूरी तरह से हैरान कर दिया है. आखिर क्या है पूरा मामला जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए.
क्या है पूरी मामला?
दरअसल, यह अजीन मामला बिहार राज्य के दरभंगा जिले का है. जहां, मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली राशि तकनीकी गड़बड़ी होने की वजह से पुरुषों के बैंक खातों में चली गई है. तो वहीं, इस घटना ने पूरे इलाके के साथ-साथ दक्षिणी पंचायत में अब एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बिहार सरकार अब पुरुषों को भी स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपये दे रही है?
14 पुरुषों के खातों में गए पैसे
जानकारी के मुताबिक, अहियारी दक्षिणी पंचायत के नीतीश कुमार समेत 14 दिव्यांग पुरुष खाताधारी के बैंक खातों में 10 हजार रुपये की राशि चली गई है. दरअसल, यह सभी लोग जीविका जाल से जुड़े हुए थे. इसके अलावा लोगों यह भी जाना चाहते थे कि क्या यह कोई नई सरकारी योजना या फिर किसी तरह की उड़ाई गई कोई अफवाह है. लेकिन, असल में सच्चाई तो यह है कि पैसा केवल तकनीकी खराबी की वजह से पुरुषों के बैंक के खातों में ट्रांसफर हो गया है.
मामले में जीविका ने दिया सख्त निर्देश
इस मामले की जानकारी मिलते ही जाले जीविका के बीपीएम देवदत्त ने तुरंत इस मामले को अपने संज्ञान में लिया. जिसपर उन्होंने साफ-साफ शब्दों में जानकारी देते हुए बताया कि यह कि जीविका की स्वरोजगार योजना सिर्फ और सिर्फ महिलाओं के लिए ही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जीविका के दिव्यांग समूह में महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं और उनके बैंक अकाउंट एक ही कॉलम में दर्ज किए थे. साथ ही बताया कि इसी तकीनीकी खराबी की वजह से यह राशि पुरुष सदस्यों के खातों में चली गई थी.
बीपीएम ने 14 दिव्यांग खाताधारकों को भेजा पत्र
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बीपीएम ने संबंधित 14 दिव्यांग खाताधारकों को पत्र भेजकर उनके अकाउंट में राशि को जीविका के अकाउंट में तुरंत वापस करने का सख्त से सख्त निर्देश दिया है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि एक दिव्यांग सदस्य ने राशि वापस कर दी है.
फिलहाल, इस अनोखी घटना की पूरे प्रदेशभर में ज़ोरों-शोरों से चर्चा की जा रही है. और जीविका के स्पष्टीकरण के बाद पुरुष स्वरोजगार योजना से जुड़ी अफवाहों पर आगे जाकर विराम ज़रूर लग जाएगा.