Bihar News: गुरुवार को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मंच से नीचे उतर रहे थे. तभी एकाएक एक व्यक्ति वहां पीला कागज लेकर पहुंच गया और उसके बाद तत्काल सुरक्षा कर्मी ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की. मुख्यमंत्री एक पल के लिए अचंभित रह गए.
बार बार ऐसा क्यों हो रहा? (Why is this happening again and again?)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़ी एक बड़ी सुरक्षा चूक सामने आई है. 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के साथ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे. पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जैसे ही मुख्यमंत्री मंच से नीचे उतरे एक व्यक्ति एक सीलबंद लिफाफा लेकर उनके पास आया और उसमें से एक कागज निकालकर मुख्यमंत्री को दिखाने लगा था. इस दौरान मुख्यमंत्री भी अचंभित रह गए. हालांकि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है. इस पूरी घटना का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिससे सवाल उठ रहे हैं कि चुनावी साल में मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही है.
Breaking:
Security breach at Gandhi Jayanti event in Patna: A person broke through barricades trying to reach CM Nitish Kumar. Authorities controlled the situation, future events to have stricter security.#nitishKumar #BiharDetails:https://t.co/sYFZMjJ4qQ pic.twitter.com/l8pzlzLf3g
— Rashtra Bharat (@RBharatdigital) October 2, 2025
कड़ी सुरक्षा के बावजूद सेंध (Despite tight security, the breach)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को Z+ और ASL सुरक्षा प्राप्त है. इसके अलावा उन्हें बिहार विशेष सुरक्षा बल अधिनियम 2000 के तहत भी सुरक्षा प्राप्त है. वर्तमान में मुख्यमंत्री की सुरक्षा एक या दो नही बल्कि 200 प्रशिक्षित कमांड द्वारा की जाती है. प्रशिक्षित कमांडो के इस दस्ते को विशेष सुरक्षा समूह (SSG) कहा जाता है. इस समूह में पुलिस ITBP, CRPF, NSG और SPG के प्रशिक्षित कमांडो शामिल होते है.
मुख्यमंत्री के पास जाने पर रोक (Ban on going to the Chief Minister)
गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसियों ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई प्रतिबंध लगाए है. बिना पूरी जांच के किसी को भी मुख्यमंत्री के पास जाने की अनुमति नहीं दिया गया है और जांच के भी कोई भी मुख्यमंत्री को माला नहीं पहना सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा प्रधानमंत्री मोदी जितनी ही कड़ी है.