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Tej Pratap Yadav on Deepak Prakash Minister Controversy: बिहार चुनाव के नतीजों के बाद जहां NDA की भारी बहुमत की सरकार बनी. सीएम नीतीश कुमार ने 10वीं बार सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ कई मंत्रियों को पद मिले इन्ही में से शामिल है एक नाम जो इन दिनों बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को बिना चुनाव लड़े ही मंत्री पद हासिल हुआ है. अब इस बाद पर जन शक्ति जनता दल के प्रमुख तेजप्रताप यादव ने भी तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. आइए विस्तार से जानें पूरी खबर.
क्या किया पोस्ट?
सासाराम में जमानत जब्त कराने वाले निर्दलीय प्रत्याशी रामनारायण पासवान के काउंटिंग एजेंट बने दीपक प्रकाश बिना चुनाव लड़े नीतीश सरकार में मंत्री बन गए। है ना मोदी-नीतीश का जादू?#janshaktijantadal #Bihar pic.twitter.com/nYXl7Ee69z
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 23, 2025
इस दौरान जन शक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सासाराम में जमानत जब्त कराने वाले निर्दलीय प्रत्याशी रामनारायण पासवान के काउंटिंग एजेंट बने दीपक प्रकाश बिना चुनाव लड़े नीतीश सरकार में मंत्री बन गए। है ना मोदी-नीतीश का जादू?
निर्दलीय उम्मीदवार रामायण पासवान के लिए काउंटिंग एजेंट थें दीपक प्रकाश
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में सासाराम सीट पर कई उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. दीपक प्रकाश ने निर्दलीय उम्मीदवार रामायण पासवान के लिए काउंटिंग एजेंट के तौर पर काम किया था. चुनाव आयोग के कागज़ात के मुताबिक, उन्हें रामायण पासवान के एजेंट के तौर पर पहचान पत्र जारी किया गया था. उन्होंने गिनती के दौरान वोटों पर नज़र रखी.
रामायण पासवान को सिर्फ़ 327 वोट मिले, जो कुल वैलिड वोटों का एक छोटा सा हिस्सा है. भारतीय चुनाव नियमों के मुताबिक, अगर किसी उम्मीदवार को कुल वैलिड वोटों के 1/6 से कम वोट मिलते हैं, तो उसकी सिक्योरिटी डिपॉज़िट ज़ब्त हो जाती है. सासाराम में कुल वोटर टर्नआउट 200,000 से ज़्यादा था, जिसमें RLM की स्नेहलता कुशवाहा 105,006 वोटों से जीतीं, जबकि RJD के सत्येंद्र शाह दूसरे नंबर पर रहे। रामायण पासवान जैसे कई छोटे उम्मीदवारों की सिक्योरिटी डिपॉज़िट ज़ब्त हो गई.