Bihar New Minister: बिहार में एनडीए सरकार के गठन में अब कुछ ही समय बाकि रह गया है. नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हैं. वह 10वीं बार बिहार के सीएम बनने जा रहे हैं. मंत्री पदों की हिस्सेदारी को लेकर भी एनडीए में थोड़ी खींचतान देखने को मिल रहा है. लोगों के मन में एक ही सवाल है कि किस पार्टी से कितने नेता कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेंगे. जानकारी के मुताबिक, मंत्री बननेवाले विधायकों को आज फोन जाएगा. देर रात बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नाम तय किए. विवाद रहित विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा.
अध्यक्ष पद को लेकर हो रही खींचतान
पिछली विधानसभा में अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा ने संभाली हुई थी. वहीं जदयू के नरेंद्र नारायण यादव उपाध्यक्ष पद पर थे. लेकिन इस बार दोनों दल अध्यक्ष पद की मांग कर रहे हैं. जदयू की तरफ से विजय चौधरी का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. वहीं भाजपा ने प्रेम कुमार को अध्यक्ष पद के लिए अपना दावेदार बकाया है. अध्यक्ष पद के अलावा उपाध्यक्ष और प्रमुख कमेटियों के चेयरमैन पदों को लेकर भी पार्टी में खींचतान हो रही है.
नीतीश कैबिनेट में कितने चेहरे?
एनडीए में भाजपा और जदयू के अलावा लोजपा (रामविलास), हम और रालोमो भी शामिल है. सभी दल कैबिनेट में हिस्सेदारी चाहे हैं. सुत्रों के मुताबिक, 16 मंत्री भाजपा, 14 मंत्र जदयू और लोजपा (रामविलास) 3 मंत्री हो सकते हैं. हम और रालोमो से एक-एक मंत्री भी शामिल किए जा सकते हैं. आज 10 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 35 मंत्रियों का शपथ ग्रहण हो सकता है. निवर्तमान सरकार में भाजपा के 15 मंत्री थे, जद (यू) के 12 जिनमें सीएम नीतीश कुमार शामिल थे, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) का एक मंत्री था और एक मंत्री निर्दलीय उम्मीदवार था. सूत्रों ने कहा कि भाजपा के प्रेम कुमार को विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए एनडीए के सहयोगियों के बीच सहमति बन गई है. उपाध्यक्ष का पद जद (यू) को मिलने की संभावना है.
भाजपा से कौन लेगा मंत्री पद की शपथ?
भाजपा से सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, नितिन नवीन, रेणु देवी, मंगल पांडे, नीरज बबलू, संजय सरावगी, हरि साहनी और रजनीश कुमार शपथ ले सकते हैं. इन नौ नेताओं में से आठ पिछली सरकार में मंत्री थे. पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे सम्राट चौधरी को विधानसभा में भाजपा का नेता चुना गया है. भाजपा ने दो भूमिहार नेताओं, दो अति पिछड़ा वर्ग और एक-एक ब्राह्मण व राजपूत समुदाय से नेता को शामिल करके जातीय संतुलन साधने की कोशिश की है. साथ ही, कायस्थ और वैश्य समुदाय को भी शामिल किया गया है.
जेडीयू से कौन बनेगा मंत्री?
जेडीयू कोटे से 10 विधायकों के कल गांधी मैदान में शपथ लेने की संभावना है. ये हैं विजय चौधरी, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, ज़मा खान, रत्नेश सदा, लेशी सिंह, बिजेंद्र यादव, श्याम रजक, सुनील कुमार और दामोदर रावत. इनमें से आठ विधायक पिछली सरकार में मंत्री थे. जेडीयू ने भी अपने मंत्रियों के चयन में जातिगत समीकरणों को संतुलित रखा है, जिसमें चार दलित और मुस्लिम, यादव, अति पिछड़े, राजपूत और भूमिहारों का प्रतिनिधित्व शामिल है.