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Delhi की AQI को लेकर IMD ने किया बड़ा खुलासा! प्रदूषण के पीछे की बता दी असली वजह

Delhi AQI Today: रविवार की सुबह दिल्ली की हवा काफी जहरीली नजर आई, AQI की बात करें तो यह बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुका है, इससे लेकर IMD ने भी बड़ा खुलासा किया है.

Written By: shristi S
Last Updated: November 2, 2025 11:53:21 IST

Delhi NCR Air Pollution 2025: राजधानी दिल्ली एक बार फिर जहरीली हवा की गिरफ्त में है. रविवार सुबह से ही शहर धुंध की घनी चादर में लिपटा नजर आया, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई. सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई और लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा. राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अब ‘बेहद खराब’ से बढ़कर ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच गया है, जिससे हालात चिंताजनक हो गए हैं.

शहर बना धुंध का कैदखाना

रविवार सुबह 6:30 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का औसत AQI 372 दर्ज किया गया. वजीरपुर (425), बवाना (410), रोहिणी (409), आरके पुरम (418) और द्वारका (401) जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रदूषित रहे. ये सभी इलाके ‘गंभीर श्रेणी (Severe Category)’ में हैं, जहां हवा में मौजूद सूक्ष्म कण सीधे फेफड़ों को प्रभावित कर रहे हैं. कम हवा की गति के कारण धुआं, धूल और कोहरे का मिश्रण शहर की हवा में घुल गया है. सफदरजंग में दृश्यता मात्र 900 मीटर और पालम में 1300 मीटर रही, जिससे सुबह का ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ.

दिल्ली-NCR में हालात और भी बिगड़े

प्रदूषण का असर सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं है। पूरा एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) इस जहरीली हवा की चपेट में है.

  • गुरुग्राम का AQI 325
  • नोएडा में 301
  • ग्रेटर नोएडा में 308
  • गाजियाबाद में 322
  • फरीदाबाद में 312
इन सभी शहरों की हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है, जो बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है.

क्या बताया IMD ने?

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 30.5°C और न्यूनतम तापमान 19.4°C रहा. हवा की रफ्तार मात्र 4 किमी/घंटा दर्ज की गई, जिससे प्रदूषण फैलने की बजाय और ज्यादा जम गया. आर्द्रता 73% रहने के कारण धुंध और धुआं मिलकर एक घने स्मॉग में तब्दील हो गए. विशेषज्ञों के अनुसार, जब तक हवा की गति नहीं बढ़ती या बारिश नहीं होती, प्रदूषण के स्तर में कमी की संभावना बहुत कम है.

 सावधानी के सुझाव

  • लगातार बढ़ते प्रदूषण का असर लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर रूप से पड़ रहा है. डॉक्टरों ने खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है.
  • N-95 मास्क पहनना जरूरी बताया गया है.
  • सुबह और शाम के समय बाहर व्यायाम करने से परहेज़ करें.
  • घरों में एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल बढ़ाएं और खिड़कियां बंद रखें.
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