Delhi: दिल्ली के कृष्णा नगर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान एक महिला मरीज की मौत हो गई. लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब उसके शरीर से गहने चोरी हो गए. यह घटना हॉस्पिटल के अंदर हुई, और घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है. यह घटना 11 नवंबर की है. 12 नवंबर को महिला के परिवार ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. हालांकि पुलिस ने आज केस दर्ज किया है.
अस्पताल के एमएस विपिन रस्तोगी ने बताया कि मरीज से ज्वलेरी चोरी की घटना 11 नवंबर की है. अस्पताल में आउट सोर्स स्टाफ ने मरीज विनय गुप्ता के कानों की रिंग एमएस विपिन रस्तोगी निकाली थी. उसी दिन शिकायत मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा एक्शन लिया गया और ज्वेलरी रिकवर कर विनय गुप्ता के बेटे नवीन गुप्ता को लौटा दी गई है. इतना ही नहीं आरोपी स्टाफकर्मी को अस्पताल से टर्मिनेट कर दिया गया है.
एमएस विपिन रस्तोगी ने क्या कहा?
एमएस विपिन रस्तोगी ने आगे बताया कि आरोपी पर लीगल एक्शन में मदद के उद्देश्य से ही पीड़ित नवीन गुप्ता को अस्पताल प्रशासन द्वारा घटना का सीसीटीवी फुटेज दिया गया मगर आगे यह वीडियो राजनीतिक स्वार्थ रखने वाले कुछ लोगों के हाथ लग गया है. जिसे घटना के काफी दिनों बाद इसे अलग ही रंग देकर अस्पताल और विधायक डॉ. अनिल गोयल की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किया है. उनके आरोपों में कोई सच्चाई नही है.
दिल्ली के कृष्णा नगर स्थित में एक बुज़ुर्ग महिला की मौत के बाद उसके शव से ज्वेलरी चोरी किए जाने का मामला सामने आया है।
परिजनों की शिकायत पर अस्पताल की महिला स्टाफ पर आरोप लगा है। CCTV फुटेज में कथित तौर पर स्टाफ को शव से आभूषण निकालते हुए देखा गया है।#Delhi #Crime… pic.twitter.com/B5IK7L81nb
— iMayankofficial 🇮🇳 (@imayankindian) December 1, 2025
क्या है पूरा मामला?
एमएस विपिन रस्तोगी ने बताया कि एक मरीज विनय गुप्ता को गत 11 नवंबर को कृष्णा नगर स्थित गोयल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत काफी नाजुक थी. कुछ समय बाद ही उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. अस्पताल में एक आउट सोर्स स्टाफ ने मरीज के कानों की रिंग निकाल ली थी. परिजनों को पता चला तो उन्होंने अस्पताल प्रशासन को इसकी सूचना दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए इंटरनल कमेटी गठित की गई और अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद आरोपी को कमेटी के सामने पेश किया गया. उससे सारी ज्वेलरी बरामद कर गत 13 नवंबर को ही विनय गुप्ता के बेटे को सौंप दी गई. इसके अलावा आरोपी को अस्पताल से बर्खास्त कर दिया गया है.