88
Delhi Red Fort Car Blast Case: दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट (Delhi Blast) में हर दिन नए खुलासे होते जा रहे है, इसी कड़ी में हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद (Faridabad) के अल फलाह यूनिवर्सिटी (Al Falah University), जो अब आतंक गढ़ बन चुका है के डॉक्टरों पर मोबाइल विक्रेता ने भी सनसनीखेज खुलासा कर दिया है, उसने बताया कि वह के डॉक्टर जरुरतमंद लोगो को अपना हथियार बनाते थे.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, धौज मस्जिद के मौलवी के. इश्तियाक और सिरोही मस्जिद के इमाम इमामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद अब मोबाइल फोन डीलर साबिर का नाम सामने आया है. शुरुआत में आतंकी डॉ. मुजम्मिल ने उसकी मदद की और बाद में कश्मीरी स्टूडेंट्स को सिम कार्ड दिए. धौज के रहने वाले साबिर को NIA ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
8 महीने पहले गया था अस्पताल
सूत्रों के मुताबिक, साबिर आठ महीने पहले अपने एक परिवार के सदस्य को इलाज के लिए अल फलाह हॉस्पिटल लाया था. डॉ. मुजम्मिल और साबिर वहीं पहली बार मिले थे. उस दौरान डॉ. मुजम्मिल ने साबिर की काफी मदद की थी. आतंकी डॉक्टर से बातचीत के दौरान साबिर ने बताया कि वह मोबाइल फोन का काम करता है. इसके बाद मुजम्मिल उसकी दुकान पर अक्सर आने लगा। सूत्र बताते हैं कि आतंकी डॉक्टर ने उसी दुकान से कश्मीरी स्टूडेंट्स के लिए 15 सिम कार्ड भी खरीदे थे.
ये सभी सिम कार्ड कश्मीर में अलग-अलग जगहों से डॉक्यूमेंट्स दिखाकर हासिल किए गए थे. कहा जा रहा है कि जांच एजेंसी ने सिम कार्ड देने के लिए इस्तेमाल किए गए डॉक्यूमेंट्स की जांच की है. उन्हें भी ज़ब्त कर लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी उन मरीज़ों के रिकॉर्ड की जांच कर रही है जो अस्पताल आए थे और जिनका इलाज मुज़म्मिल की सलाह पर दूसरे डॉक्टरों ने किया था.