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Hanumangarh Murder Case: हनुमानगढ़ जिले के संगरिया कस्बे में शुक्रवार दोपहर उस समय दहशत फैल गई जब कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय के सामने अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. यह वारदात बालाजी इंटरप्राइजेज प्रतिष्ठान के भीतर हुई, जहां मुनीम के तौर पर काम कर रहे विकास कुमार जैन की मौके पर ही मौत हो गई. घटना ने न केवल कस्बे के लोगों बल्कि पुलिस प्रशासन को भी हिलाकर रख दिया.
सात सेकंड में चली चार गोलियां
सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि बाइक पर सवार दो युवक दोपहर करीब 2 बजे प्रतिष्ठान के सामने पहुंचे. उनमें से एक युवक पिस्तौल लेकर अंदर गया और बातचीत का बहाना करते ही लगातार चार गोलियां दाग दीं. महज सात सेकंड में पूरी वारदात को अंजाम देकर दोनों आरोपी बाइक से फरार हो गए.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाके में अफरा-तफरी मच गई. सूचना मिलते ही संगरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एसआई प्रमोद और सीओ करण सिंह बराड़ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, वहीं एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए. पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी और हमलावरों के संभावित रूट को ट्रैक किया जा रहा है.
पुलिस जांच में मृतक की पहचान विकास कुमार जैन (लगभग 35 वर्ष) के रूप में हुई, जो पिछले दस साल से बालाजी इंटरप्राइजेज में काम कर रहे थे. मृतक विवाहित था और दो बच्चों का पिता था. परिजनों के अनुसार, वह महज 15 हजार रुपये मासिक वेतन पर काम करता था. हालांकि फर्म संचालक नरेश कुमार ने एफआईआर में विकास को अपना पार्टनर बताया है, जिससे पुलिस जांच और गहरी हो गई है.
आरजू बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
हत्या के कुछ ही घंटों बाद आरजू बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर वारदात की जिम्मेदारी ली. पोस्ट में विकास जैन को दुश्मनों का सहयोगी बताया गया और प्रतिष्ठान मालिक नरेश नारंग को खुलेआम गोली मारने की धमकी दी गई. गैंग ने दावा किया कि विकास विरोधियों की मदद करता था और कई बार चेतावनी देने के बावजूद उसने व्यवहार नहीं बदला.
कस्बे में दहशत और आक्रोश
दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने पूरे कस्बे में भय का माहौल पैदा कर दिया है. व्यापारी संगठनों ने हत्या के विरोध में सांकेतिक रूप से बाजार बंद रखा. मृतक के घर पर बड़ी संख्या में नागरिक, व्यापारी और स्थानीय विधायक संवेदना जताने पहुंचे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना स्थल पर SP हरी शंकर, एएसपी जनेश तंवर और अन्य अधिकारी पहुंचे. पुलिस ने हत्यारों को पकड़ने के लिए कई विशेष टीमें गठित की हैं. अधिकारियों का कहना है कि जांच तेज गति से आगे बढ़ रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.