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Vikas Jain Murder Case: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में चार दिन पहले दिनदहाड़े हुए व्यापारी विकास जैन की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. घटना के 60 घंटे के भीतर पुलिस ने वारदात में शामिल दोनों मुख्य आरोपियों समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में एक लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर भी शामिल है, जबकि एक अन्य आरोपी पंचकूला के सोनू माल्टा हत्याकांड में वांछित था.
क्या हैं पूरा मामला?
घटना की शुरुआत 12 सितम्बर की दोपहर को हुई, जब विकास जैन के पार्टनर नरेश कुमार ने उन्हें कॉल किया, लेकिन विकास ने कॉल रिसीव नहीं किया. तुरंत नरेश कुमार संगरिया स्थित धानमंडी में अपनी किराए की दुकान पर पहुंचे, जहाँ उन्हें विकास जैन फर्श पर गिरा हुआ और रक्तस्त्राव के साथ पड़ा मिला. आसपास के लोगों को बुलाकर विकास को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
10 अलग-अलग टीमों का किया था गठन
घटना की रिपोर्ट संगरिया थाना में नरेश कुमार द्वारा दर्ज कराई गई, और मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी अमरसिंह ने तुरंत अनुसंधान शुरू किया. इस दौरान बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक हेमंत शर्मा ने दस अलग-अलग टीमों का गठन कर आरोपियों की खोज में लगाई.
ये हैं मुख्य आरोपी
तीव्र और व्यवस्थित अनुसंधान के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपियों जलंधर सिंह, हरदीप सिंह, मखिंद्र सिंह और मनप्रीत सिंह को हरियाणा के धर्मपुरा से दस्तयाब किया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने आपराधिक गैंग से फंडिंग प्राप्त कर वारदात को अंजाम दिया और मुख्य शूटर को वाहन उपलब्ध कराया. मंगलवार को एसपी कार्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी हेमंत शर्मा ने बताया कि गिरफ्तारी के साथ ही हत्या का रहस्य सुलझ गया है और मामले की आगे की कार्रवाई की जा रही है.