कैसे हुआ दर्दनाक हादसा?
घटना की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां और पुलिस मौके पर पहुंची. गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों की टीम लगातार घायलों के इलाज में जुटी है. इनमें से कई की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है.
16 यात्रियों को ग्रीन कॉरिडोर बना कर
दुर्घटना में कई परिवार उजड़ गए. जोधपुर के बालेसर क्षेत्र के लावारान शेतरावा निवासी महेंद्र, उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा भी इसी बस में सवार थे. सभी के सफर करने की पुष्टि वहां लगे CCTV फुटेज से हुई है. महेंद्र जैसलमेर में गोला-बारूद डिपो में कार्यरत थे और अपने परिवार के साथ इंद्रा कॉलोनी में किराए पर रहते थे. हादसे के बाद सेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाने में लगे हैं.