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Air Pollution in Delhi NCR UP: दिल्ली के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी वायु प्रदूषण को लेकर योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. दिल्ली की तरह अब नोएडा गाजियाबाद में भी प्रदूषण को कम करने के लिए डीजल ऑटो रिक्शा को बैन कर दिया गया है. इस एक्शन प्लान के तहत वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कंट्रोल करना है. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार परिवहन विभाग ने यह प्रतिबंध लागू किया हैं. इसके अलावा इन जिलों में भी ऑटो- रिक्शा संचालन प्रतिबंध रहेगा. आइए विस्तार से जानें पूरी खबर.
इन जिलों में ऑटो रिक्शा रहेगा बंद
जानकारी के मुताबिक, योगी सरकार ने नोएडा और गाजियाबाद के अलावा 31 दिसंबर 2025 तक बागपत से सभी डीज़ल ऑटो हटा दिए जाएंगे। इसके बाद 31 दिसंबर 2026 तक मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, मुज़फ़्फ़रनगर और शामली में ऑटो रिक्शा का ऑपरेशन बंद कर दिया जाएगा. सरकार का मानना है कि यह कदम गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण से निपटने और साफ़ हवा को बढ़ावा देने की एक पहल है. माना जा रहा है कि सरकार का यह कदम दिल्ली के आसपास के ज़िलों में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए बहुत ज़रूरी साबित होगा. इन NCR ज़िलों में एक बड़ी आबादी रोज़ाना प्रदूषण के असर का सामना करती है, इसलिए डीज़ल ऑटो बैन से हवा की क्वालिटी में सुधार होने की उम्मीद है.
सड़क की धूल और गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण पर सख्त कार्रवाई
योगी सरकार ने भी सड़क की धूल को प्रदूषण का एक बड़ा कारण माना है. इसलिए, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एंटी-स्मॉग गन, स्प्रिंकलर सिस्टम और मैकेनिकल रोड क्लीनिंग को तेज़ कर दिया गया है. एक स्टेट-लेवल प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट (PMU) भी बनाई गई है, जिसमें एनवायरनमेंट, अर्बन डेवलपमेंट, हाउसिंग, पब्लिक वर्क्स और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के सीनियर अधिकारी शामिल हैं.
साफ हवा पर सरकार का फोकस
UP सरकार का मकसद दिल्ली से सटे जिलों को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए ठोस और लंबे समय के उपाय लागू करना है. माना जा रहा है कि सरकार की सड़क रीडेवलपमेंट, धूल कम करने और गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को कंट्रोल करने की पॉलिसी से आने वाले महीनों में ज़मीनी स्तर पर बड़े बदलाव हो सकते हैं. दिल्ली से सटे जिलों में डीज़ल ऑटो पर बैन को राज्य में एयर पॉल्यूशन को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है और इससे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है.