Pankaj Chaudhary : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बड़ा राजनीतिक बदलाव करने जा रही है. यूपी BJP के 18वें प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है. इसमें कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. शनिवार को नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद BJP अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. तय प्रक्रिया के तहत रविवार (14 दिसंबर, 2025) को लखनऊ में आयोजन के दौरान यूपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान कर दिया जाएगा. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल केंद्रीय चुनाव अधिकारी के रूप में चुने गए अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेंगे. सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश BJP अध्यक्ष पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी के नाम पर लगभग सहमति बन चुकी है. आलाकमान भी इस पर अपनी मुहर लगा चुका है. यह भी जानकारी सामने आ रही है कि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी का नाम UP में BJP के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए करीब-करीब फाइनल हो गया है. वहीं, BJP सूत्रों की मानें तो पंकज चौधरी के नाम की सिर्फ घोषणा होना बाकी है. उन्हें सबकी राय से अध्यक्ष चुना गया तो वोटिंग की नौबत ही नहीं आएगी.
पूर्वी उत्तर प्रदेश का नेता बनेगा BJP अध्यक्ष
फिलहाल यूपी के BJP अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी हैं. वह BJP के 17वें प्रदेश अध्यक्ष हैं. भूपेंद्र चौधरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आते हैं. ऐसे में पंकज चौधरी चुने जाते हैं तो पूर्वी उत्तर प्रदेश का ‘सौभाग्य’ होगा. पंकज चौधरी गोरखपुर से सटी लोकसभा सीट महाराजगंज से सांसद हैं. वह महाराजगंज से 7 बार से सांसद हैं. यूपी अध्यक्ष की बात करें तो वर्ष 1980 में BJP के गठन के बाद पहले प्रदेश अध्यक्ष माधो प्रसाद त्रिपाठी बने थे. माधो ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. इसके बाद BJP ने वर्ष 2017 तक प्रदेश भाजपा की कमान ज्यादातर ब्राह्मण के हाथों में दी. इस बीच कई दफा यूपी की कमान क्षत्रिय नेताओं के हाथों में भी रही. ऐसे में BJP में ब्राह्मणों की पार्टी का ठप्पा भी लगा.
OBC समुदाय को मिली वरीयता
इसके बाद वर्ष 2016 से अब तक BJP ने कुल 4 प्रदेश अध्यक्ष चुने हैं, जिनमें से तीन ओबीसी वर्ग से रहे हैं. इनमें केशव प्रसाद मौर्य का भी नाम शामिल है. BJP ने 2017 में वापसी की तो केशव प्रसाद मौर्य ही यूपी BJP के अध्यक्ष थे. केशव प्रसाद के अलावा 2019-22 तक स्वतंत्र देव सिंह और 2022 से अब तक भूपेंद्र चौधरी प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. यह अलग बात है कि 2017 से 2019 तक डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने भी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी. वह ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. फिर वर्ष 2022 जाट समुदाय के नेता को अध्यक्ष बनाया गया. यहां पर बता दें कि बतौर अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य 2016-17 के दौरान सक्रिय रहे.
कौन हैं पंकज चौधरी
7 बार से महाराजगंज सीट से सांसद चुने जाते रहे पंकज चौधरी फिलहाल केंद्र सरकार में बतौर वित्त राज्य मंत्री सेवा दे रहे हैं. पंकज की BJP के बड़े कुर्मी चेहरे के तौर पर पहचान है. एक दौर में राजनीतिक रूप से BJP की हालत ठीक नहीं थी तो भी महराजगंज लोकसभा सीट से वह जीतते रहे. उन्होंने महाराजगंज से 7 बार जीत दर्ज की है. हर किसी की तरह पंकज चौधरी की भी राजनीति की शुरुआत कॉलेज-यूनिवर्सिटी से हुई. इसके बाद सक्रिय राजनीति में आए. वर्ष 1989 में पंकज चौधरी ने गोरखपुर नगर निगम के पार्षद का चुनाव लड़ा था. यहां से वह राजनीति में सक्रिय हुए.
यूपी विधानसभा चुनाव 2027 पर BJP की नजर
लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी जमीन खोने के बाद आधी सीटों पर सिमटने वाली BJP ने इस बार सतर्क है. ऐसे में यूपी विधानसभा चुनाव 2027 जीतना खासा अहम है, क्योंकि इसका असर 2029 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी नजर आएगा. यही वजह है कि BJP ने 2027 विधानसभा चुनाव को देखते हुए ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष (पंकज चौधरी) पर दांव लगाया है. पंकज चौधरी कुर्मी समाज से आते हैं. पूर्वांचल में भी उनकी ठीकठाक पकड़ है. महाराजगंज से 7 बार से सांसद पंकज चौधरी पूर्वाचंल का बड़ा चेहरा हैं. वह कारोबारी भी हैं. बहुत कम लोग जानते होंगे कि पंकज चौधीर नामी राहत रूह तेल कंपनी के मालिक हैं.
मोदी भी जा चुके हैं उनके घर
नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद BJP ने तेजी से अन्य पिछड़ा वर्ग पर ध्यान देना शुरू किया. इसके बाद करीब-करीब सभी राज्यों में OBC वर्ग पर ध्यान दिया जाने लगा. जहां तक पंकज चौधरी की बात है तो वह पहले भी संगठन में अहम भूमिकाएं निभा चुके हैं. अब उनका नाम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद तौर पर नाम राजनीतिक गलियारे में गूंज रहा है. 2 साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके घर पर गए थे. इसके बाद इसकी खूब चर्चा हुई थी.
कौन-कौन करेगा वोट?
प्रदेश भाजपा कार्यालय में अध्यक्ष चुनाव के लिए कुल 464 मतदाताओं की सूची तैयार है. प्रदेश में भाजपा के 258 विधायक, 79 विधान परिषद सदस्य, 33 लोकसभा सांसद और 24 राज्यसभा सांसद हैं. इस तरह सूची तैयार है. बताया जा रहा है कि वोटिंग की नौबत नहीं आएगी. किसी भी सूरत में रविवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के सभागार प्रदेश अध्यक्ष का एलान होगा. अध्यक्ष घोषणा कार्यक्रम की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला के पास है. बताया जा रहा है कि रविवार दोपहर बाद चुनाव के साथ ही कभी भी नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग सकती है. माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नाम पर पंकज चौधरी के नाम पर मुहर लग सकती है. अगर पंकज चौधरी चुने गए तो वर्तमान अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को कैबिनेट में लाया जा सकता है. इस तरह यूपी कैबिनेट में जाटों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा.