India News (इंडिया न्यूज़), The Kerala Story Review, दिल्ली: कश्मीर फाइल्स की तरह ही लंबे समय से विवादों में फंसी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ आज यानी कि 5 मई को रिलीज कर दी गई है। वही इस कमाल की कहानी जिस पर हर किसी ने विवाद बनाने की कोशिश की यहां तक कि हर किसी ने इसके मापदंड पर सबूत मांगे इस रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी ने आज बड़े पर्दे पर उतार कर कई लोगों के सवालों के जवाब दे दिए हैं। जो लोग कहानी को लेकर सबूत मांग रहे थे। उनके लिए भी फिल्म के क्लाइमेक्स में बहुत सारी जानकारी दी गई है। जिन तीन लड़कियों की जिंदगानी पर यह कहानी बनाई गई है। उनके माता-पिता की बातचीत को भी आखिर में दर्शाया गया हैं।
वही तीसरी लड़की की मां ने बात तो नहीं की लेकिन उन्होंने जानकारी दी है। वह आज भी आशा में है कि उनकी बेटी घर वापस आएगी। मध्यमवर्गीय परिवार की तीनों लड़कियों के माता-पिता आज तक न्याय की आशा में है। यह फिल्म प्यार के नाम पर छल करने वाले लोगों का भंडाफोड़ कर रही हैं। इसके साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानून की मांग रही है। जो इस तरह के क्रूर हरकत को करते हैं।
क्या है ‘द केरल स्टोरी’ की कहानी
- यह कहानी जेल में बंद फातिमा उर्फ शालिनी उन्नीकृष्णन यानी की अदा शर्मा से इरानी अफगानी अधिकारियों द्वारा पूछताछ के दौरान का है। पूछताछ में फातिमा अपनी कहानी के पर्दो को खोलना शुरू कर दी है। यह कहानी केरला के एक प्रमुख कॉलेज के अलग-अलग क्षेत्रों से नर्सिंग की पढ़ाई करने वाले चार लड़कियों की है। जिनका नाम शालिनी, गीतांजलि, नीमा और आसिफा की है। जो चारों रूम मेड है। जिनकी किरदारों को अदा, सिद्धि इदनानी, योगिता बिहानी और सोनिया बलानी द्वारा अभिनीत किया गया हैं।
- फिल्म के अंदर आसिफा का मकसद पढ़ाई की आड़ में अपनी मंसूबों को पूरा करना है। उसके लिए वह कजिन भाई के नाम पर दो लड़कों रमीज और अब्दुल से इन लड़कियों की मुलाकात करवाती है। रमीज और अब्दुल के किरदार में प्रणय पंचोली और प्रणव मिश्रा अभिनीत है। फिल्म के अंदर अचानक से मॉल की एक घटना में तीन लड़कियों के कपड़े फट जाते हैं और आसपास के लोग सिर्फ देखते रहते हैं।
- घटना के बाद शालिनी कि रमीज और गीतांजलि के अब्दुल से धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ने लगती है और वह उनसे प्यार में पड़ जाती है। फिर शालिनी गर्भवती हो जाती है हालांकि नीमा आसिफा की बातों में नहीं आती। वह उनसे दूर रहने लगती है और आसिफा अपने नापाक मकसद में कामयाब हो जाती हैं।
- वही फातिमा को सीरिया भेजने में कामयाब हो जाती है। फिल्न के अदंर गीतांजलि को जब सच्चाई का एहसास होता है। तो वह भी अब्दुल से दूरी बनाए रखती है। वही फातिमा की बातचीत के दौरान नीमा का सच सामने आ जाता है। जिससे सभी बहुत डर जाते हैं लेकिन शालिनी इन सब चीजों को बर्दाश्त नहीं कर पाती और बर्बादी की ओर चली जाती हैं।
कथा पटकथा और अभिनय
- आईएसआईएस को लेकर पहले भी खबरें आई थी कि उन्होंने कई महिलाओं को यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया है। सूर्यपाल सिंह, सुदीप्तो सेन और विपुल अमृतलाल शाह लिखित कहानी समाज के दबे सच्चाई को बाहर निकालती हैं।
- इस फिल्म के अंदर लड़कियों की बात ब्रेनवाश को और उनके आतंकी बनने तक के पहलुओं को संजीदगी से दिखाया गया है। इंटरवल से पहले फिल्म शालिनी की सीरिया पहुंचने और वहां की जिंदगी को दर्शाती है। जिसके अंदर तालिबान की क्रूरता और महिलाओं के प्रति उसकी सोच को दिखाया जाता हैं।
- फिल्म के अंदर अदा के शालिनी से फातिमा बनने का सफर काफी खूबसूरती से पर्दे पर दिखाया गया है। उसके साथ ही मलयालम का उच्चारण उनके किरदारों को विश्वसनीय बनाता है। बाकी तीन अभिनेत्री ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया हैं।
- वहीं अगर डायरेक्टर सुदीप्तो की बात करें तो उन्होंने काफी जटिल विषय को चुना है। बता दें कि फिल्म के अंदर काफी परेशान करने वाले दृश्य भी हैं। जे आप को फिल्म से जोड़ने के लिए बिल्कुल तत्पर है। फिल्म के अंदर कई ऐसे पल भी आते हैं। जो आपसे सहन नहीं हो सकते।
- वही फिल्म के माध्यम से उन लड़कियों के प्रति सहानुभूति जताई गई है। जो प्रेम में धोखा खा चुकी है। इसके साथ ही फिल्म पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर को सिनेमैटोग्राफर द्वारा दिखाया गया है। जिसमें प्रशांतनु मोहपात्रा ने काफी बेहतरीन काम किया है। फिल्म के अंदर कुछ कमजोरियां भी हैं। जिसे इस कहानी के वजह से नजरअंदाज किया जा सकता हैं।
- इसके साथ ही फिल्म के बैकग्राउंड संगीत की बात करें तो वह काफी बेहतरीन है लेकिन कई जगहों पर खटकता भी है। इसके साथ ही फिल्म में फातिमा का संवाद जो था वह आखिर में सफल हो गया वह शालिनी की आत्मा को मारकर उसे दासी बनाना चाहती थी। जिसमें वह कामयाब हो गई। फिल्म के अदंर ऐसे कई संवाद हैं। जो आखिर में अगर आप फिल्म देखेंगे तो आपको झकझोर कर रख देंगे।
ये भी पढ़े: अगर आप भी सीरियल किलर फिल्मों को पसंद करते है तो यह 10 फिल्में आपको जरुर भेजनी चाहिए