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3-month state of emergency in 10 Turkish provinces: सोमवार को तुर्कीए के दक्षिणी क्षेत्रों में 7.8, 7.6 और 6.0 के तीन विनाशकारी भूकंप आए, जिससे तुर्कीए और पड़ोसी सीरिया में व्यापक असर हुआ है। मंगलवार को एक और 5.6 भूकंप आया। तुर्कीए ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। तुर्किए में विनाशकारी भूकंप से अबतक 5,102 लोगों की मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। तुर्कीए की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने ताजे स्थिति की जानकारी देते हुए बताया है कि 24,400 से अधिक आपातकालीन कर्मचारी इस वक्त रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटें हैं। अकेले तुर्की में करीब 6,000 इमारतों के गिरने की पुष्टि हुई है।
ऑपरेशन टीम को घायल हुए लोगों तक पहुंचने मे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि प्रभावित इलाकों में देर रात तापमान शून्य से नीचे चला गया था। रेसक्यू अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि हटे प्रांत में, हजारों लोगों ने खेल केंद्रों या मेला हॉल में शरण ली, जबकि अन्य लोगों ने बाहर रात बिताई और आग के चारों ओर कंबल में दुबके रहे। गाजियांटेप में लोगों ने शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिद और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है।
इस वक्त तुर्कीए में स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है, जिसको लेकर राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने दक्षिणी तुर्की में विनाशकारी भूकंपों से प्रभावित 10 प्रांतों को एक आपदा क्षेत्र घोषित कर, इस क्षेत्र में तीन महीने के लिए आपातकाल की स्थिति लागू कर दी गई है। इसके अलावा राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि 70 देशों ने राहत और बचाव कार्यों में मदद की पेशकश की है। तुर्कीए ने भूकंप से प्रभावित लोगों को अस्थायी रूप से आवास देने के लिए पश्चिम तुर्कीए के एंटाल्या शहर में व्यवस्थाएं कर रहा है।
साल 2000 के बाद से दुनिया के सबसे घातक भूकंपों पर एक नज़र:
22 जून, 2022: अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता के भूकंप में 1,100 से ज्यादा लोगों की मौत।
28 सितंबर, 2018: इंडोनेशिया में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 4,300 से अधिक लोग मारे गए।
25 अप्रैल, 2015: नेपाल में 7.8 तीव्रता के भूकंप से 8,800 से अधिक लोग मारे गए।
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