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इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : असम मंत्रिमंडल ने शनिवार को चार जिलों को मौजूदा जिलों में विलय करने और 14 स्थानों पर फिर से सीमाएं तय करने का फैसला किया है। ये फैसला विधानसभा और संसदीय सीटों के लिए परिसीमन अभ्यास शुरू करने की चुनाव आयोग (ईसी) की डेडलाइन से एक दिन पहले लिया गया है। नई दिल्ली में असम कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। जिसके मुताबिक, विश्वनाथ जिले को सोनितपुर, होजई को नौगांव, बजाली को बारपेटा और तमुलपुर को बक्सा में मिला दिया जाएगा। ज्ञात हो, असम सरकार का यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। जानकारी दें, अब असम में जिलों की संख्या 35 से घटकर 31 हो जाएगी।
वहीं इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, “मैं आज लिए गए फैसलों से बहुत सहज नहीं हूं, लेकिन कभी-कभी हमें प्रशासनिक जरूरतों और असम के बेहतर भविष्य के लिए, राज्य के लोगों की समग्र भलाई को ध्यान में रखते हुए कुछ उपाय करने पड़ते हैं।”
सरमा ने कहा, ये एक ट्रांजिशनल फेज हैं और परिसीमन की कवायद खत्म होने के बाद हम चार जिलों को फिर से पुनर्जीवित करेंगे। इस बीच, चार जिलों में न्यायिक, पुलिस और प्रशासनिक कार्यालय हमेशा की तरह काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक कारणों से 14 क्षेत्रों की सीमाओं फिर से तय की जाएंगी।
आपको बता दें, 27 दिसंबर को चुनाव आयोग ने 126 विधानसभा और 14 संसदीय सीटों के नए सिरे से परिसीमन की घोषणा की थी और एक जनवरी से नई प्रशासनिक यूनिट्स के गठन पर रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जिले में आने वाले उत्तरी गुवाहाटी का नगरपालिका क्षेत्र अब कामरूप (मेट्रोपॉलिटन) जिले में शामिल हो जाएगा। सरमा ने कहा, इन फैसलों की जरूरत थी। मेरे मंत्रिमंडल के सहयोगी इन क्षेत्रों का दौरा करेंगे और स्टेकहोल्डर्स से बात करके बताएंगे कि हमें उन्हें लेने की जरूरत क्यों है। मुझे उम्मीद है कि जनता हमारे विचार को समझेगी और हमारे साथ सहयोग करेगी।
सरमा ने आगे कहा, हमें ये फैसले साल के आखिरी दिन लेने थे क्योंकि चुनाव आयोग ने पहले ही परिसीमन की कवायद शुरू कर दी है और कल से, हम कवायद खत्म होने तक ऐसा कोई उपाय नहीं कर पाएंगे। हम एक-एक करके ये कदम उठा सकते थे, लेकिन हमें उन्हें एक बार में एक साथ जोड़ना था।
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