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इंडिया न्यूज, तिरुवनंतपुरम, (African swine fever) : केरल में कोट्टायम जिले के एक फार्म में अफ्रीकी स्वाइन फीवर के कारण सुअरों की मौत से हड़कंप मच गया है। घटना जिले के मीनाचिल इलाके की है। यहां एक निजी पिग फार्म में अफ्रीकी स्वाइन फीवर की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जांच शुरू की।
इस महामारी के वैज्ञानिक राहुल एस के अनुसार जिले में अफ्रीकी स्वाइन फीवर का पहला मामला 13 अक्टूबर को सामने आया था। इसके बाद दो से तीन में 19 सुअरों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा, हमने सैंपल जांच के लिए भेजे थे और इस दौरान वायरस की पुष्टि हुई है।
राहुल ने बताया कि फार्म में किसान के पास 67 पिग थे, जिनमें से 19 की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 48 अन्य पिग को मारा है। विभाग के अनुसार क्षेत्र में जानवरों के ट्रांसपोर्टेशनल, इनके मांस की बिक्री व इन्हें ले जाने वाले वाहनों पर भी सख्त बैन लगाया है।
सुअर फार्म में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद अधिकारियों ने पोर्क बेचने वाली मांस की दुकानों को भी बंद करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही यह भी हिदायत दी गई है कि कि संक्रमित क्षेत्र से कोई सुअर न ले जाया जाए। संबंधित कर्मियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
केरल में इससे पहले बतखों में एवियन फ्लू फैला है जिसके चलते 20 हजार से ज्यादा पक्षियों को मारने के लिए अभियान शुरू छेड़ा गया है। बतखों में एवियन फ्लू की पुष्टि के बाद बाद अलाप्पुझा जिले में हजारों पक्षी मारे जा रहे हैं। राज्य में अन्य जगह भी पक्षियों को मारने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
अफ्रीकी स्वाइन फ्लू एक वायरल रोग है, जिसमें मृत्यु दर 100 फीसदी तक जा सकती है। इसका प्रकोप घरेलू के साथ जंगली सूअरों को भी प्रभावित करता है। मनुष्यों पर हालांकि इसका असर नहीं होता है, लोकिन यह शारीरिक संपर्क के जरिये एक सुअर से दूसरे सुअर में पहुंच जाता है।
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