संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए जारी चुनाव प्रचार में पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं. इस बाबत वे मैनपुरी में हर तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर छोटी-छोटी जनसभा संबोधित कर रहे हैं. यह सीट इस साल की शुरुआत में उनके पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है. अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व लोकसभा सांसद डिंपल यादव पार्टी की उम्मीदवार हैं.
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 28, 2022
अखिलेश के लंबे काफिले ने जैसे ही मैनपुरी के पास एक राज्य राजमार्ग के माध्यम से अपना रास्ता बनाया, पार्टी समर्थकों का समूह मालाओं और नेताजी के चित्रों के साथ खड़े हो गए. समर्थकों ने मुलायम सिंह यादव का नारा लगाया ताकि वे उनके बेटे का ध्यान आकर्षित कर सकें.
जनसंपर्क, मैनपुरी विधानसभा। pic.twitter.com/GHNwBNgyC2
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 28, 2022
बैठक के बाद यादव ने अपने पिता को याद किया और ‘नेताजी’ के नाम पर वोट मांगा. उन्होंने कहा, “यह नेताजी का घर है, उनका क्षेत्र है. मैनपुरी के लोगों ने नेताजी को वह बनाया जो वह थे. मुझे यकीन है कि यहां प्रत्येक वोट नेताजी के नाम पर होगा.”
"#नेताजी के सम्मान में,
मैनपुरी की बेटियां मैदान में"जसवंतनगर विधानसभा में जनसंपर्क के दौरान बच्चियों का प्यार मिला। pic.twitter.com/5fzRz3CiGL
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 28, 2022
यह पूछे जाने पर कि क्या यह चुनाव समाजवादी पार्टी प्रमुख के रूप में उनके लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है, तो यादव ने जवाब नहीं दिया. मालूम हो कि पार्टी आजमगढ़ में हालिया उपचुनाव हार गई, जिस सीट को उन्होंने खाली किया था. पार्टी बीजेपी से हार गई. भोजपुरी फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया, जो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे. अखिलेश यादव ने एक बार भी इस सीट पर प्रचार नहीं किया.
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.