होम / Business Learning: जानिए क्या होता है स्मॉल, मिड और लार्ज कैप फंड्स

Business Learning: जानिए क्या होता है स्मॉल, मिड और लार्ज कैप फंड्स

Gaurav Kumar • LAST UPDATED : February 11, 2023, 6:46 pm IST

Representative Image

व्यापार (Business Learning: You must have heard or read about small cap, mid cap or large cap funds on TV or in newspapers at some point of time) : स्मॉल, मिड और लार्ज कैप फंड के बारे में जानने से पहले आपको मार्केट कैपिटलाइजेशन के बारे में समझना जरूरी है।

जब भी कोई निवेश करने के बारे में सोचता है तो अक्सर शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड का ख्याल आता है। लेकिन बाजार की जटिलताएं अक्सर लोगों को निवेश करने से पहले डरा देते है। आपने कभी न कभी टीवी या अखबार में स्मॉल कैप, मिड कैप या लार्ज कैप फंड के बारे में सुना या पढ़ा होगा। अगर आप शेयर बाजार में नए हैं तो आए दिन आपका सामना इन सब टर्म से हुआ होगा। स्मॉल, मिड और लार्ज कैप फंड के बारे में जानने से पहले आपको मार्केट कैपिटलाइजेशन के बारे में समझना जरूरी है।

क्या होता है मार्केट कैपिटलाइजेशन

कंपनी के शेयरधारकों के स्वामित्व वाले सभी शेयरों के मार्केट वैल्यू को मार्केट कैपिटलाइजेशन कहते हैं। किसी भी कंपनी का मूल्य कितना है यह शेयर बाजार से पता चलता है। इसकी गणना कंपनी के बकाया शेयरों (कंपनी के सभी शेयर जो शेयर धारकों के पास हैं) की पूरी संख्या को एक शेयर के मौजूदा बाजार मूल्य से गुणा करके की जाती है, जिसे आमतौर पर ‘मार्केट कैप’ कहा जाता है।

तीन तरह के मार्केट कैपिटलाइजेशन होते हैं: लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप

लार्ज कैप: मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर शेयर बाजार में सूचीबद्ध शीर्ष 100 कंपनियों को लार्ज-कैप कंपनियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। लार्ज-कैप से कंपनियों को होल्ड करने वाले म्यूचुअल फंड को ‘लार्ज-कैप फंड’ कहा जाता है। आमतौर पर लार्ज कैप कंपनियों का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा होता है और इनकी मार्केट कैप 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक होती है। लार्ज कैप कंपनियों को ही ब्लू चिप स्टॉक भी कहा जाता है।

मिड कैप: साल 2017 में सेबी के नियमों के अनुसार मार्केट कैपिटलाइजेशन के  मामले में 101 से 250 तक रैंक वाली कंपनियों को मिड-कैप कंपनी कहा जाता है। इन कंपनियों का मार्केट कैप करीब 5000 से 20000 करोड़ रुपए होता है। म्युचुअल फंड जो मिड-कैप से स्टॉक रखते हैं, उन्हें ‘मिड-कैप फंड’ कहा जाता है।

स्मॉल कैप:- मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में 251वें स्थान से आगे की कंपनियों को स्मॉल-कैप कंपनियों के रूप में जाना जाता है। इन कंपनियों का मार्केट कैप 5000 करोड़ रुपए से कम है। स्मॉल-कैप से स्टॉक रखने वाले म्यूचुअल फंड को ‘स्मॉल-कैप फंड’ कहा जाता है।

ये भी पढ़ें:- Business Learning: क्या होता है एंजल इन्वेस्टर, स्टार्टअप कंपनियों के लिए क्यों जरूरी होते हैं ये इन्वेस्टर ?

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

वेदांता ग्रुप की रिफाइनरी का बांध टूटा, फसलें हुईं तबाह, कंपनी ने कही ये बड़ी बात
डॉक्टरों से मुलाकात के बाद ममता ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर और 2 स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाया
न्यूयॉर्क में BAPS स्वामिनरायण मंदिर की बर्बरता अस्वीकार्य है; जानिए भारतीय दूतावास ने क्या कहा
Vishwakarma Puja 2024: कल विश्वकर्मा पूजा पर इन मंत्रों के साथ के करें देवताओं के शिल्पकार की पूजा, ये रहे शुभ मुहूर्त
Patna news: लड़की को I LOVE YOU कहना 2 मनचलों को पड़ा भारी, पहले परिजनों ने जमकर कूटा, फिर पुलिस ने …
‘अपने गिरेबान में झांकें..’, ईरानी सुप्रीम लीडर के भड़ाकाऊ बयान पर भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
यूपी में बाढ़ से हाल बेहाल! मुरादाबाद के घरों में घुस रहा पानी, किसान परेशान
ADVERTISEMENT