संबंधित खबरें
Jaipur News: राजस्थान के कोटपुतली में बड़ा हादसा, 3 साल की बच्ची बोरवेल गिरी, मौके पर पहुंचा प्रशासन
Sawai Madhopur News: रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से आई बुरी खबर, इन हालातों में मिला युवा बाघ टी 2309 का शव
Sadhvi Prachi Statement: इस साध्वी ने सलमान पर लगाया बड़ा आरोप, लॉरेंस के समर्थन में बोलीं- मासूम बच्चा है
Sushila Meena Viral Cricketer: आखिर कौन है सुशीला, जिसकी बॉलिंग के दिवाने हुए सचिन तेंदुलकर, जहीर खान से की तुलना
Kota Mahotsav 2024: पर्यटन को लगेंगे पंख, कोटा की धरती पर होगा रंगों का संगम, 25 दिसंबर तक चलेगा कोटा महोत्सव
Jaipur News: धन्ना सेठ को शिकार बनाती थी लुटेरी दुल्हन, सपने दिखाकर हो जाती थी फरार, ऐसे लगी हाथ
इंडिया न्यूज, New Delhi News। Vaccine of Monkeypox : मंकीपाक्स पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है और वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर भी निकाल दिया है। बता दें कि देश में अबतक मंकीपाक्स के 5 मामले केस मिल चुके हैं। वहीं 78 देश अब तक मंकीपाक्स की चपेट में आ चुके हैं। दुनियाभर में अबतक कुल 18 हजार मामले मंकीपाक्स के मिल चुके हैं।
जानकारी अनुसार मंकीपाक्स की वैक्सीन बनाने के लिए सरकार एक्सप्रेशन आफ इंटरस्ट या कहें टेंडर लेकर आई है। ये एङ्मक मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने, उसका पता लगाने (जांच करने) वाली किट के लिए निकाला गया है।
बता दें कि केंद्र सरकार यह EoI पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में लाई है। इसमें मंकीपाक्स वैक्सीन, जांच किट बनाई जानी है। अब इच्छुक दवा कंपनी 10 अगस्त तक EoI जमा कर सकती हैं। हालांकि मंकीपाक्स की वैक्सीन पहले से भी मौजूद है।
बता दें कि दुनियाभर में 78 देश मंकीपॉक्स की चपेट में आ चुके हैं। इन देशों में मंकीपाक्स के 18 हजार से ज्यादा मामले मिले हैं। इसमें से 70 प्रतिशत केस यूपोरियन क्षेत्रों से हैं। वहीं 25 प्रतिशत केस अमेरिकी रीजन वाले हैं। दुनिया में मंकीपाक्स की वजह से अबतक 5 मौतें भी हो चुकी हैं। इसके अलावा कुल केसों में से 10 प्रतिशत को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
विशषज्ञों का मानना है कि शारीरिक संबंधों के अलावा मंकीपाक्स क्लोज कान्टैक्ट रहने से भी फैल सकता है। जैसे किसी को गले लगाने, किस करने से भी यह हो सकता है। इसके साथ-साथ संक्रमित तौलिये और बेडशीट आदि से भी मंकीपाक्स हो सकता है।
वैक्सीन को लेकर वर्ल्ड हेल्थ आगेर्नाइजेशन का कहना है कि मंकीपाक्स के लिए टारगेटिड वैक्सीनेशन होनी चाहिए। यानि जिनको इससे ज्यादा खतरे के चांस हैं उनको टीका लगना चाहिए।
इसमें हेल्थ वर्कर्स, लैब वर्कर्स और एक से ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर वाले लोग शामिल हैं। वर्ल्ड हेल्थ आगेर्नाइजेशन का कहना है कि सबको मंकीपाक्स का टीका लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बता दें कि वैसे तो मंकीपाक्स की वैक्सीन पहले से है। स्मालपाक्स की एक वैक्सीन MVA-BN को मंकीपाक्स से बचने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
कनाडा, यूरोपियन यूनियन और अमेरिका में इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा LC16 और ACAM 2000 वैक्सीन को भी मंकीपाक्स के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है।
ये भी पढ़े : कई देशों में बढ़ती आबादी के बीच जापान घटती जनसंख्या से परेशान, मंत्री सीको नोडा ने बताया यह मुख्य कारण…
ये भी पढ़े : पुराना लैपटाप या फोन बेचने से पहले इन बातों का रखें ख्याल…
ये भी पढ़े : अब 10वीं पास लड़कियां भी कर सकती हैं इंडियन नेवी में अप्लाई, जानिए कैसे?
ये भी पढ़े : कन्हैयालाल हत्याकांड पर पोस्ट करने के विरोध में कर्नाटक में भाजपा नेता की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या
ये भी पढ़े : ध्वज संहिता के नियमों में बदलाव, अब आम लोग भी अपने घर में फहरा सकेंगे तिरंगा
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.