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India News (इंडिया न्यूज), Champai Soren: बिहार के बाद अब झारखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है। झारखंड में अब 18 घंटे तक कोई सरकार नहीं है और असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। भावी मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से सरकार गठन के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक राज्यपाल ने अब सोरेन को शाम 5.30 बजे बुलाया है।
हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से हटने और भ्रष्टाचार के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद चंपई सोरेन को कल (बुधवार) झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल का नेता चुना गया था। राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में चंपई सोरेन ने बताया उन्होंने कल झामुमो, कांग्रेस और राजद के 47 विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित समर्थन पत्र सौंपा था। जो 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के निशान से अधिक है। उन्होंने कहा कि सभी विधायक उनके साथ राजभवन गए थे। लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।
इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि ”सर, फिलहाल पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है। असमंजस की स्थिति बनी हुई है। संवैधानिक प्रमुख होने के नाते हम, विधायक और राज्य की जनता आपसे उम्मीद करते हैं कि आप जल्द ही सरकार बनाने के लिए कदम उठाएंगे।” चंपई सोरेन ने कहा कि वह अपने समर्थन वाले सभी विधायकों को राज्यपाल के आवास पर ले जा सकते हैं ताकि उन्हें आश्वस्त किया जा सके कि उनके पास बहुमत का समर्थन है।
झारखंड में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व को अवैध रूप से बदलने के कथित रैकेट के संबंध में हेमंत सोरेन की जांच की जा रही है। झामुमो नेता ने आरोप लगाया है कि जांच एजेंसी ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है। इस मुद्दे पर हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिका कल के लिए सूचीबद्ध कर दी गई है। उन्होंने याचिका में कहा है कि “प्रवर्तन निदेशालय बेशर्मी से केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत काम कर रहा है। उन्होंने आरोप लगया कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए पीछा कर रहा है।”
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