संबंधित खबरें
Jaipur Engineer Suicide: ससुराल वालों के डर से इंजीनियर ने मौत को लगाया गले, मरने से पहले MAA से मांगी माफी
Give Up Abhiyan: सावधान! 31 जनवरी तक अगर नहीं हटवाया इस योजना से अपना नाम तो होगी कानूनी कार्रवाई
Madhya Pradesh News: नींद में था परिवार, तभी झोपड़ी में लगी आग, 3 लोग जलकर हुए राख
Vinay Saxena Vs Atishi: आखिर ऐसा क्या हुआ! जो CM आतिशी ने LG को कहा धन्यवाद
Fake army officer: सेना का फर्जी अफसर बन विदेशी महिला के साथ कांड…फिर शर्मसार हुई ताज नगरी
UP News: अखिलेश यादव ने खेला बड़ा दाव, घर-घर पहुंचा PDA का पर्चा, अंबेडकर विवाद में नया मोड़
India News (इंडिया न्यूज़), Pune Palki Procession, पुणे: महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक जुलूस के दौरान भगवान विठ्ठल के भक्त वारकरियों और पुलिस के बीच रविवार को बहस हो गई। पुलिस (Pune Palki Procession) को लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि पुलिस ने किसी लाठीचार्ज से इनकार किया है। विपक्षी दलों ने दावा किया कि पुलिस ने वारकरियों पर लाठीचार्ज किया और उच्च स्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
यह घटना तब हुई जब भक्त पुणे शहर से 22 किलोमीटर दूर आलंदी शहर में संत ज्ञानेश्वर महाराज समाधि मंदिर में औपचारिक जुलूस में प्रवेश पाने के लिए कोशिश कर रहे थे। यह पंढरपुर की वार्षिक आषाढ़ी एकादशी तीर्थयात्रा का हिस्सा है।
पिंपरी चिंचवाड़ के आयुक्त विनय कुमार चौबे ने कहा कि पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मंदिर के न्यासियों के साथ व्यापक व्यवस्था की और बैठकें कीं। उन्होंने कहा कि जब पुलिस एक समय में 75 श्रद्धालुओं के जत्थे भेज रही थी, तब कुछ लोगों ने बेरिकेड्स तोड़ दिए और मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की।
#WATCH | Maharashtra: A scuffle broke out between warkaris (Lord Vitthal followers) and police during a procession in the Pune district yesterday
Some local youths tried to forcibly enter the Palkhi procession, leading to an altercation with the police. No lathi charge or force… pic.twitter.com/0GNkpGTzSs
— ANI (@ANI) June 11, 2023
इस मुद्दे ने तब राजनीतिक मोड़ ले लिया जब विपक्षी राकांपा और कांग्रेस ने दावा किया कि पुलिस ने वारकरियों पर लाठीचार्ज किया राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कहा, “प्रशासन के कुप्रबंधन ने इस वार्षिक उत्सव पर एक धब्बा लगा दिया। वारकरी समुदाय पर लाठीचार्ज देखकर दुख होता है। जो लोग गलती करते हैं उन्हें कार्रवाई का सामना करना चाहिए।”
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज में शामिल पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए। एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने इस घटना को शर्मनाक बताया।
वारकरियों की सुरक्षा को सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए रविवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन घटनाओं पर राजनीति नहीं करने की अपील की। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आलंदी में लाठीचार्ज की कोई घटना नहीं हुई है। इसलिए, मैं विपक्ष से अपील करता हूं कि जो कभी नहीं हुआ, उस पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करें।
उन्होंने कहा कि पिछले साल भगदड़ जैसी स्थिति थी और इसलिए इस साल प्रिंसिपल जिला मजिस्ट्रेट, चैरिटी कमिश्नर, मुख्य ट्रस्टी धागे-पाटिल और सभी दिंडी के प्रमुखों के नेतृत्व में समिति ने एक बैठक की जिसमें यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक डिंडी को 75 पास दिए जाएंगे कुछ स्थानीय युवकों ने जबरन मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की, जिससे झड़प हुई।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.