संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के 50 साल पूरे होने के मौके पर सीएम योगी यहां पर शामिल हुए हैं। सीएम योगी ने इस दौरान इंसेफेलाइटिस को काबू किए जाने को लेकर काफी सारी बातें कही हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘वास्तविक यज्ञ’ की परिभाषा भी यहां पर लोगों को बताई है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीआरडी कॉलेज के 50 वर्ष पूरे होने पर शुभकामनाएं दीं।इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि “सबसे पहले कोई व्यक्ति हो या संस्था, 50 साल का कार्यकाल उसके लिए मायने रखता है। एक समय ऐसा था जब बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया था। इसे यहां से मूव (स्थानांतरित) किए जाने का भी संकट आ गया था। लेकिन, आज चिकित्सा स्वास्थ्य क्षेत्र में देश और दुनिया के अंदर बहुत कुछ नया हुआ है। पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज है।”
सीएम योगी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि “हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में यूएस और यूरोप भारत से बहुत आगे हैं, लेकिन कोरोना प्रबंधन में भारत का परिणाम इनसे कहीं आगे है। 1977-18 से 2017 तक यहां मौत का खेल होता था। जापान से गोरखपुर इंसेफेलाइटिस का वैक्सीन पहुंचने में 100 साल लग गए। कोरोना प्रबंधन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। जो सुविधाएं एम्स में हैं, उससे कम सुविधा बीआरडी मेडिकल कॉलेज में नहीं है। यहां के एक डॉक्टर ने हिंदी में मेडिकल पुस्तक लिखकर मुझे दी है। आज हमने 95 फीसदी इंसेफेलाइटिस से मौत के आंकड़ों को कम कर दिया है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि “हम सबको, हमारे जीवन को भारतीय मनीषा ने तय करके रखा है। भारतीयता की पहचान ही इस बात के लिए है कि वह अपने जीवन में कृतज्ञता ज्ञापित करना सीखें। केवल धार्मिक कर्मकांड ही यज्ञ नहीं होता, शिक्षण के साथ जोड़ना भी एक यज्ञ है। माता-पिता का सम्मान करना और उनके कार्यों को आगे बढ़ाना भी एक यज्ञ है। जिस संस्था ने हमें देश दुनिया के सामने एक पहचान दी है, उस शिक्षण संस्थान के प्रति भी कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए।”
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.