संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
मध्य प्रदेश में एक नया विवाद खड़ा होते दिखाई दे रहा है। दरअसल कांग्रेस की नयी किताब ‘कांग्रेस और राष्ट्र निर्माण की गाथा’ ने सियासी विवाद को नेवता दे दिया है। इस किताब में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, हिंदू महासभा, मुस्लिम लीग जैसे संगठनों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं. इसलिए इस मुद्दे पर एक बार फिर से नई सियासी बहस छिड़ गई है.
बता दें कांग्रेस ने अपनी इस किताब में संघ और हिंदू महासभा को स्वतंत्रता आंदोलन का विरोधी बताया. इसके साथ ही दक्षिणपंथी हिंदू संगठन और मुस्लिम लीग पर भी जमकर निशाना साधा गया है. हाल ही में मध्यप्रदेश में बनी बाल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को इस किताब के जरिए कांग्रेस और आजादी के आंदोलन का इतिहास बताया जाएगा.
कांग्रेस और राष्ट्र निर्माण की गाथा किताब के लेखक पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले हैं. उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि “कांग्रेस और आजाद हिंद फौज जैसी राष्ट्रवादी शक्तियां स्वतंत्रता के लिए काम कर रही थीं तो वहीं मुस्लिम लीग और हिंदू दक्षिणपंथी संगठन की भूमिका नकारात्मक थी. मुस्लिम लीग के प्रमुख नेता मोहम्मद अली जिन्ना के कारण देश का विभाजन हुआ.
किताब में ये भी लिखा है कि मुस्लिम लीग ने कभी अंग्रेजों के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं किया बल्कि अंग्रेजों की तारीफ की. इसी तरह का व्यवहार हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों का भी रहा. जिनमें मुख्य रूप से आरएसएस और हिंदू महासभा शामिल हैं. इन दोनों संगठनों के सहयोग से पहले जनसंघ और बाद में भाजपा पार्टी का उदय हुआ. भाजपा खुद को राष्ट्रवादी पार्टी कहती है लेकिन सच्चाई यह है कि जब आजादी की लड़ाई में राष्ट्रवाद दिखाने का सही समय था तब इनके पूर्ववर्ती संगठन खामोश थे या आजादी की लड़ाई का विरोध कर रहे थे.
किताब जारी होते ही सियासत शुरू हो गयी. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने कहा नेहरू गांधी परिवार का महिमामंडन इसलिए करते हैं क्योंकि उन्होंने देश की आजादी में अहम योगदान दिया है. भाजपा के किसी नेता ने योगदान दिया हो तो वह बताएं. हम खुद इस किताब को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को देंगे ताकि वह आजादी में कांग्रेस के योगदान को समझ सकें. किताब के लेखक पीयूष बबेले का कहना है किताब के कारण बीजेपी को दुखी होने की जरूरत नहीं है. किताब के जरिए सच्ची बातों को सामने लाया गया है. इतिहास को कोई नकार नहीं सकता, सच्चाई को झूठलाया नहीं जा सकता.
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.