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India News (इंडिया न्यूज़),MP Election 2023: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर 2023 को आगामी विधानसभा चुनाव होने है। इस बार कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जबरदस्त सियासी मुकाबला होने जा रहा है। ऐसे में एक-एक वोट के लिए दोनों ही पार्टियां बड़ी मशक्कत के साथ चुनाव प्रचार कर रही है। एमपी में कांग्रेस और बीजेपी के लिए कई सीटों पर उसके अपने नेता ही बागी बने हुए हैं। वहीं, दूसरी तरफ कई जगहों पर ‘डुप्लिकेट कैंडिडेट्स’ के नमांकण लेने से चिंता बढ़ गई है।
बता दें कि, राज्य के करीब 5 दर्जन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के कैंडिडेट से मिलते-जुलते नाम के प्रत्याशी भी दावा ठोक रहे हैं। इस बात को लकर चिंता बढ़ रही है कि कहीं ‘डुप्लिकेट कैंडिडेट’ कांग्रेस और बीजेपी के सियासी रणनीति को ही न बिगाड़ दें?
चुनावी बाजी जीतने के लिए राजनीति में उम्मीदवार हर एक दांव-पेंच चलते हैं, जिनके सहारे वो अपने विरोधी उम्मीदवार को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकें। इसी तरह राजनीति में एक ‘वोट कटवा’ दांव भी है, जिसके द्वारा वोटरों को दिगभ्रमित करने के लिए अपने विरोधी के हमनाम प्रत्याशी को मजबूत के सामने निर्दलीय उतार दिया जाता है। इससे यह निश्चित होता है कि चुनावी समीकरण पूरी तरह से गड़बड़ाने का खतरा बन जाता है। यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की चिंता बढ़ गई है।
मध्य प्रदेश की करीब 60 विधानसभा सीटें पर एक ही नाम के दो प्रत्याशी मैदान में उतरे है जहां इंदौर-1 विधानसभा सीट से कांग्रेस के वर्तमान विधायक संजय शुक्ला इस बार फिर से चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिनके खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में संजय शुक्ला ने भी मैदान में अपना दावा ठोंक रखी है। बता दें, इस सीट पर बीजेपी के कदावर नेता में से एक कैलाश विजयवर्गीय भी चुनाव मैदान में हैं, जिसके चलते कांग्रेस को पहले से ही कड़ी चुनौती मिल रही है और अब एक ही नाम के निर्दलीय संजय शुक्ला के उतरने से पार्टी की चुनौती बढ़ गई है।
वहीं, इंदौर-3 विधानसभा सीट पर कांग्रेस से दीपक पिंटू जोशी दावेदारी ठोक रहे हैं, जहां उनके नाम से मिलते-जुलते महेश पिंटू जोशी बतौर निर्दलीय मैदान में उतरे हैं। इसी तरह कांग्रेस से नरेला विधानसभा सीट पर मनोज शुक्ला चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनके खिलाफ मनोज शुक्ला बतौर निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं। बांधवगढ़ सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी सावित्री सिंह धुर्वे मैदान में दावेदारी ठोक रहे हैं, जहां उनके खिलाफ सावित्री कोल चुनाव लड़ रही हैं। ऐसी ही तराना विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी महेश परमार को संकट में डालकर उनके नाम से मिलते-जुलते महेश परमार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में दावेदारी ठोंक रखी है।
सीट बीजेपी कैंडिडेट हमनाम कैंडिडेट
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