Earthquake: इन दिनों दुनिया भर में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहें हैं। हाल ही में लद्दाख, महाराष्ट्र और अब अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि देश में बीते 24 घंटों के अंदर तीन राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। मंगलवार सुबह लद्दाख में भूकंप आया था। इसके बाद बुधवार सुबह को महाराष्ट्र और फिर अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए। कुछ दिनों पहले की ही बात है कि जब नेपाल और दिल्ली भी भूकंप के झटकों से कांपी थी। गौर करे तो भूकंप के झटके लगातार आ रहें हैं। अब सभी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर भूकंप बार-बार क्यों आ रहा है? क्या ये किसी आने वाले बड़े खतरे का संकेत है या किसी बड़े भूकंप का खतरा टल रहा है।
लद्दाख में मंगलवार सुबह 10.05 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 थी। इसका केंद्र करगिल के उत्तर में 191 किलोमीटर दूर था। गहराई 10 किलोमीटर थी। बुधवार तड़के महाराष्ट्र के नासिक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। कुछ ही घंटे बाद अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप आया। प्रदेश के बसर से 58 किमी उत्तर-पश्चिम-उत्तर में झटके महसूस किए गए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, करोड़ों सालों पहले भारतीय उपमहाद्वीप यूरेशियाई प्लेट से टकराया था। इस टकराव से हिमालय पर्वत बना था। हिमालय हर साल ऊपर ऊंचा उठ रहा है। इसी हलचल के कारण अक्सर भूकंप आ रहा है।
बार-बार आ रहे इतने भूकंप ने विज्ञानियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। भूगर्भ विज्ञानियों का मानना है कि भूकंप के लगातार झटके इस बात का साफ संकेत है कि धरती के भीतर से ऊर्जा बाहर नहीं निकली है। प्रसिद्ध भूविज्ञानी प्रो. सीसी पंत ने बताया कि यूरेशियन प्लेट और इंडियन प्लेट के आपस में टकराने से जो चट्टानों में दबाव बनता है, उससे ऊर्जा बाहर निकलती है।
हाल ही सामने आई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में बीते 9 महीनों में अब तक 948 से भी ज्यादा बार भूकंप आए हैं। बता दें कि इनमें से 240 भूकंप के झटके ऐसे थे, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4 से ऊपरी रही। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इस साल 1090 बार भूकंप आने की जानकारी मिली।
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