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Edible Oil: फरवरी में 12% बढ़ा खाद्य तेल का आयात, वहीं अखाद्य तेल का आयात 16 हजार टन से ज्यादा घटा

नई दिल्ली (Edible Oil: SEA said that there is a need to increase the duty differential between Crude Palm Oil and Refined Palmolein/Palm Oil): सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के ताजा आकंड़ो के अनुसार भारत ने पिछले महीने फरवरी में खाद्य तेल का आयात 12% अधिक किया है। आकंड़े के अनुसार फरवरी में खाद्य तेल सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़कर 10.98 लाख टन हो गया। वनस्पति तेलों (खाद्य तेल और अखाद्य तेल) का कुल आयात इस साल फरवरी में 9 प्रतिशत बढ़कर 11,14,481 टन हो गया, जो एक साल पहले 10,19,997 टन था।

  • क्यों बढ़ा आयात ?
  • अखाद्य तेल का आयात घटा
  • 26% बढ़ा वनस्पति तेलों का आयात
  • एसईए ने जताई चिंता

क्यों बढ़ा आयात ?

भारत में खाद्य तेल के आयात में बढ़ोतरी का कारण बताते हुए एसईए ने कहा कि भारत ने फरवरी में कच्चे पाम तेल का अधिक आयात किया था, जिसकी वजह से आयात प्रतिशत बढ़ा है। एसईए के बयान के अनुसार फरवरी में खाद्य तेल का आयात बढ़कर 10,98,475 टन हो गया, जो पिछले साल फरवरी की तुलना में  9,83,608 टन था। नवंबर 2022 से फरवरी 2023 की अवधि के दौरान खाद्य तेलों का आयात पिछले ऑयल मार्केटिंग ईयर की इसी अवधि के 45,91,220 टन से बढ़कर 58,44,765 टन हो गया। आपको बता दें कि ऑयल मार्केटिंग ईयर नवंबर से अक्टूबर तक चलता है।

अखाद्य तेल का आयात घटा

एसईए ने अखाद्य तेल के आंकड़ो को जारी करते हुए कहा कि अखाद्य तेल का आयात फरवरी में घटकर 16,006 टन रह गया, जो पिछले साल इसी महीने में 36,389 टन ​​था। ऑयल ईयर 2022-23 के पहले चार महीनों में अखाद्य तेलों का आयात एक साल पहले की अवधि के 99,938 टन से घटकर 43,135 टन रह गया।

26% बढ़ा वनस्पति तेलों का आयात

जारी आकंड़ो के अनुसार नवंबर 2022-फरवरी 2023 की अवधि के दौरान वनस्पति तेलों का कुल आयात पिछले वर्ष के 46,91,158 टन से 26 प्रतिशत बढ़कर 5,887,900 टन हो गया। आपको बता दें कि भारत, इंडोनेशिया और मलेशिया से पाम ऑयल आयात करता है, जबकि सोयाबीन का तेल अर्जेंटीना और ब्राजील से आता है।

एसईए ने जताई चिंता

एसईए ने चालू ऑयल ईयर के पहले चार महीनों में आरबीडी (रिफाइंड) पामोलिन के आयात में 8.20 लाख टन की तीव्र वृद्धि पर चिंता व्यक्त की, जो कुल पाम तेल आयात का लगभग 22.5% है। एसईए ने कहा कि आरबीडी पामोलिन पर अतिरिक्त 7.5% कृषि सेस लगाकर सीपीओ (क्रूड पाम ऑयल) और रिफाइंड पामोलिन/पाम ऑयल के बीच शुल्क अंतर को मौजूदा 7.5% से बढ़ाकर कम से कम 15% करने की आवश्यकता है।

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Gaurav Kumar

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