India News (इंडिया न्यूज़), Festival Of Ideas: ITV नेटवर्क की तरफ से 24 और 25 अगस्त, 2023 को देश की राजधानी दिल्ली में फेस्टिवल ऑफ आइडियाज (Festival Of Ideas)कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव में देश के तमाम क्षेत्रों के दिग्गज लोग (Festival Of Ideas) अपने विचारों को देश की जनता के साथ साझा करे रहे हैं। इसी कड़ी में देश के चर्चित कवि और गीतकार आलोक श्रीवास्तव ने भी अपने विचारों को साझा किया और अपनी रचनाओं को लोगों के सामने सुनाया।
शिव तांडव स्रोत पर लिखी गई कविता पर कही ये बात
जिसमें उन्होंने कोविड के दौरान लिखी गयी शिव तांडव स्त्रोत पर लिखी गयी कविता पर बात करते हुए कहा कि, आशुतोष राणा (अभिनेता /लेखक) जी का विचार था कि मैं शिव तांडव स्रोत पर कविता लिखूं, “जो की लोगों के आत्मा में तो शिव तांडव स्रोत है लेकिन उनकी जुबान पर नहीं आ पाता है।”
आलोक कहते हैं कि गजल जो है इशारे का आर्ट है कोई भी बात नारे की तरह नहीं कही जाती। आगे कहा कि, मैं जो लिखता हूं वह बहुत इशारतन लिखता हूं इसके साथ ही वह अपने इस गजल को पढ़ा,,
“जो दिख रहा है सामने वह दृश्य मात्र है, लिखी रखी है पटकथा मनुष्य पात्र है।”
शिव तांडव स्त्रोत पर कविता लिखना मेरे लिए था मुश्किल
आशुतोष राणा का जिक्र करते हुए कहते हैं कि, आशुतोष जी ने मुझसे कहा कि, आलोक मैं चाहता हूं कि शिव तांडव स्त्रोत का भावानुवाद करो, उन्होंने कहा कि, यह मेरे लिए बहुत ही मुश्किल था लेकिन आशुतोष का आदेश था तो मुझे यह दुस्साहस करना पड़ा। इसके बाद वह अपनी लिखी गई रचना को लोगों के सामने सुनाया।