India News ( इंडिया न्यूज़), India-Canada Relation: जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद भारत से वापिस कनाडा पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला। उन्होंने कनाडा में हुई खालिस्तानी अतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत की एजेसियों के होने का दावा किया। यही नहीं इसके बाद भी वो लगातार भारत के खिलाफ आरोप लगाते हुए एक्शन लेते रहे। लेकिन अब ट्रूडो का भारत के प्रति रवैया नरम पड़ने लगा है। उन्होंने कहा है कि कनाडा भारत के अपने संबंध घनिष्ठ करने के लिए प्रतिबंध है।

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि प्रमाणिक आरोपों के बावजूद कि भारत सरकार पिछले जून में ब्रिटिश कोलंबिया में सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल था, कनाडा अभी भी भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पत्रकारों से बात के दौरान ट्रूडो ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह “बेहद महत्वपूर्ण” है कि कनाडा और उसके सहयोगी विश्व मंच पर भारत के बढ़ते महत्व को देखते हुए उसके साथ “रचनात्मक और गंभीरता से” जुड़ते रहें।

भारत एक बढ़ती आर्थिक शक्ति और जियोपॉलिटिक्स ताकत- ट्रूडो

उन्होंने भारत की तारीफ करते हुए आगे कहा, “भारत एक बढ़ती आर्थिक शक्ति और इंपॉर्टेंट जियोपॉलिटिक्स ताकत है। और जैसा कि हमने पिछले साल अपनी इंडो-पैसिफिक रणनीति प्रस्तुत की थी, हम भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने को लेकर बहुत गंभीर हैं ।वहीं जाहिर तौर पर, कानून के शासन वाले देश के रूप में, हमें इस बात पर जोर देने की जरूरत है कि भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसे कनाडा के साथ काम करने की जरूरत है कि तांकि इस मामले के पूरे तथ्य मिलें।’ बता दें कि प्रधानमंत्री ट्रूडो के बयान से साफ है कि वो अभी भी निज्जर की हत्या का आरोप साफ तौर पर भारत पर लगा रहे है।

एस जयशंकर ने की अमेरिका के विदेश मंत्री से मुलाकात

गौरतलब है कि इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात को लेकर ट्रूडो शायद उम्मीद लगा रहे थे कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से मुलाकात के दौरान निज्जर की हत्या का मुद्दा उठाएंगे। लेकिन इसके उल्ट भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से ब्लिंकन की मुलाकात को लेकर अमेरिका ने जो बयान जारी किया है, उसमें निज्जर और कनाडा का जिक्र नहीं है।

ऐसे बढ़ा विवाद

खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियां जोर पकड़ती नजर आ रही है। बता दें कि निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब के पास गोलियों से हत्या हुई थी। इस दौरान कुल 50 राउंड की फायरिंग की बात कही जा रही है। कानाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय एजेंसी का हाथ होने का दावा किया है।

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