Coronavirus, Bharat Biotech Nasal Vaccine: भारत बायोटेक की कोरोना से लड़ने वाली इंट्रानेजल वैक्सीन को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से भारत में 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए हेट्रोलॉगस बूस्टर के लिए मंजूरी मिल गई है। बता दें कि हेट्रोलॉगस बूस्टर यानी कि कोई भी व्यक्ति जो कोविडशील्ड या कोवैक्सीन डोज के तौर पर ले चुका हो तो उसे भी ये विशेष इंट्रानेजल वैक्सीन बूस्टर डोज के तौर पर लगाई जा सकती है।
जानाकारी के अनुसार, भारत बायोटेक कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि इस खास वैक्सीन का तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल भी किया गया, जो सफल रहा। कंपनी ने बताया है कि पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में भी शामिल लोगों का मूल्यांकन किया गया था। भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने हाल ही में कहा था कि फर्म ने लगभग 4,000 वॉलंटियर्स पर नेजल वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल पूरा किया था और अब तक साइड इफेक्ट का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि नेजल वैक्सीन का इस्तेमाल प्राइमरी सेकेंड डोज और हेट्रोलॉगस बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। ये दुनियाभर के वैज्ञानिक कम्युनिटी और कोविड वैक्सीन तैयार करने वालों के लिए बड़ी उपलब्धि है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि भले ही कोविड वैक्सीन की डिमांड कम हो गई है, लेकिन फिर भी हम इंट्रेनजल वैक्सीन लगातार बना रहे हैं ताकि भविष्य में आने वाले बीमारियों के लिए हम तैयार रहें।
आपको बता दें कि हाल ही में कोविड-19 नेजल वैक्सीन की बूस्टर डोज को बीते शुक्रवार को ड्रग्स कंट्रोलर ऑफ इंडिया से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण की मंजूरी मिली थी। भारत बायोटेक ने दावा किया कि इंट्रानेजल वैक्सीन एक व्यापक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करता है और इससे कोविड-19 के संक्रमण और संचरण दोनों को अवरुद्ध करने की संभावना है। 6 सितंबर को, DCGI ने 18 साल से अधिक आयु वालों में प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए अपनी इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन iNCOVACC को मंजूरी दी थी।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.