संबंधित खबरें
Jammu and Kashmir: बडगाम में खाई में गिरी BSF जवानों की बस, 4 जवान शहीद, 32 घायल
मेरठ में बड़ा हादसा, तीन मंजिला मकान गिरने से कई घायल, मलबे में दबे पशु
किस दिन होगा केजरीवाल की किस्मत का फैसला? इस घोटाले में काट रहे हैं सजा
No Horn Please: हिमचाल सरकार का बड़ा फैसला, प्रेशर हॉर्न बजाने पर वाहन उठा लेगी पुलिस
Himachal News: बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छे दिन! जानें पूरी खबर
Rajasthan: चेतन शर्मा का इंडिया की अंडर-19 टीम में चयन, किराए के मकान में रहने के लिए नहीं थे पैसे
इंडिया न्यूज़ (भरतपुर, indira rasaoi bhartpur rajasthan): राजस्थान के भरतपुर के एमएसजे कॉलेज के सामने बनी इंदिरा रसोई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें रसोई के सामने रखे जूठे बर्तनों को 2 सूअर चाटते नजर आ रहे हैं। कोई भी सरकारी अधिकारी और आम नागरिक सूअरों को भगाता नजर नहीं आ रहा.
यह घटना मंगलवार, 1 अक्टूबर की है। भरतपुर के एमएसजे कॉलेज के सामने बनी इंदिरा रसोई बंद हो चुकी थी लेकिन जूठी थालियां एक बड़े बर्तन में रखी हुई थीं। तभी 2 सूअर वहां आए और उन्होंने बर्तन को उलट दिया, इसके बाद सूअरों ने थालियों को चाटना शुरू कर दिया। काफी देर तक सूअर थालियां चाटते रहे। जिसका वीडियो बाद में वायरल हो गया।
#bharatpur #राजस्थान #IndiraRasoi pic.twitter.com/KRbatTAasn
— Vishwanath Saini 🇮🇳 (@SainiVishwanath) November 2, 2022
जिस इंदिरा रसोई में सूअरों के थाली चाटने की बात सामने आई है, उसकी जिम्मेदरी मदर टेरेसा नाम की संस्था को दी गई थी। वीडियो वायरल होने के बाद भरतपुर नगर निगम ने संस्था से अनुबंध समाप्त कर उसे नोटिस जारी कर दिया है.
जिला कलेक्टर आलोक रंजन पर एनजीओ को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है. मिनी सचिवालय के गेट पर एक गुमटी नुमा बिल्डिंग में इंदिरा रसोई का संचालन होता है. इंदिरा रसोई खुलने से पहले एक महिला को राजीविका मिशन के तहत कैंटीन चलाने की अनुमति मिली थी।
Rajasthan | Pigs seen licking soiled utensils lying outside food centre in Bharatpur run under state govt's 'Indira Rasoi Yojana', organisers contract rescinded
We found irregularities & organisation's contract was cancelled. Teams formed to probe matter: Municipality official pic.twitter.com/NxgBt5F6SA
— ANI (@ANI) November 2, 2022
राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास की तरफ से हेमलता नामक एक महिला को बिल्डिंग में कैंटीन खोलने की अनुमति दी गई थी। हेमलता की कैंटीन चलने लगी तो उसके तुरंत बाद ही एनजीओ संचालक रेनू सिकरवार को इंदिरा रसोई संचालित करने की अनुमति दे दी गई.
एनजीओ संचालक रेनू सिकरवार को जिला प्रशासन ने चार इंदिरा रसोई पहले से ही स्वीकृत कर रखी है और एक आश्रय स्थल का संचालन भी रेनू सिकरवार की एनजीओ करती है। 8 रुपए की कीमत पर खाना खानेवाला गरीब इंदिरा रसोई में घुसने पर भ्रमित हो जाता है क्योंकि कैंटीन का चिपका मीनू पहले ही देखने को मिल जाता है। कैंटीन में 10 रुपए की चाय और 10 रुपए का समोसा मिलता है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अगस्त 2020 में ‘कोई भूखा नहीं सोए’ अभियान के तहत इंदिरा रसोई योजना शुरू की थी। इसे प्रदेश भर के 213 नगरीय निकायों में 358 रसोई के साथ शुरू किया गया था. इंदिरा रसोई में 8 रुपये में भरपेट खाना देने का दावा किया जाता है।
राजस्थान सरकार प्रति थाली पर 17 रुपये की सब्सिडी देती है और 8 रुपये खाने वाले को देना पड़ता है। सरकार ने इस योजना को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन अब जो तस्वीर सामने आई हैं उनसे सरकारी दावों पर सवाल खड़ा हो गया है.
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.