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इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : आज से बक्सर के अहिल्या स्थान में अंतरराष्ट्रीय संत समागम का आयोजन किया जा रहा है। इस अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन का उद्धाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और संतों ने मिलकर किया। इस दौरान BJP सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भी मौजूद रहे। वो इस समागम के आयोजक हैं।
8 नवंबर यानी कार्तिक पूर्णिमा के दिन शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन 15 नवंबर तक चलेगा। इस आयोजन का मकसद भगवान राम की मर्यादा को हर भारतीय में स्थापित करना है। का उद्घाटन विश्व के महासंत करेंगे। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित रहेंगे। BJP सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उद्घाटन सत्र में विश्व के महासंत और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी अपने विचार रखेंगे। अश्विनी चौबे ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रज्ञा प्रवाह राम प्रज्ञा ज्ञानयज्ञ और श्रीराम लोकमंथन ज्ञानोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें भारत के सभी क्षेत्र से विख्यात संत और जगदगुरु शामिल होंगे।
अंतरराष्ट्रीय संत समागम के इस कार्यक्रम में पहले दिन RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने इसका उद्घाटन किया। इसके अलावा अगले 1 हफ्ते तक देश के अलग-अलग राज्यों के धर्मगुरु इस समागम समागम में शामिल होंगे। इसमें जगतगुरु रामानुजाचार्य जीयर स्वामी जी, श्री स्वरूपानंद सरस्वती महास्वामी, श्री शारदा पीठ विशाखापट्टनम, श्री विश्व प्रसन्ना तीर्थ स्वामी जी पेशावर, माता अमृतानंदमई, श्री श्री रविशंकर जी, स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, स्वामी रामदेव जी, सद्गुरु जग्गी वासुदेव जी, मोरारी बापू जी, रमेश भाई ओझा, अवधेशानंद गिरी जी, साध्वी रितंभरा, स्वामी श्री आत्मानंद जी, महंत नृत्य गोपाल दास जी, इसके अलावा इस संत समागम में त्रिदंडी स्वामी महाराज के शिष्य जीयर स्वामी जी, पद्म विभूषण जगद्गुरु रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य जी, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री अनंत अचार्य जी शामिल होंगे। कार्यक्रम का समापन 15 नवंबर 2022 को किया जाएगा। उस दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
इस 8 दिनों के कार्यक्रम में कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। जिसमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, भूपेंद्र यादव मुख्य रूप से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन वीरेंद्र सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ संभाजी शिंदे, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शामिल होंगे। वहीं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, राजस्थान की राज्यपाल कलराज मिश्र, त्रिपुरा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
एक हफ्ते तक चलने वाले इस संत समागम में सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर भी देश के बड़े कलाकार शामिल हो रहे हैं। जिसमें कैलाश खेर, अनुराधा पौडवाल, शारदा सिन्हा, बाबा सत्यनारायण मौर्य, हंसराज रघुवंशी, मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल निरहुआ, देवी, मैथिली ठाकुर, पवन सिंह, खेसारी लाल यादव मुख्य रूप से अपनी सांस्कृतिक उपस्थिति देंगे।
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