Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक हाई प्रोफाइल मामले में ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का एक शीर्ष अधिकारी बताकर केंद्र शासित प्रदेश में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारी बनकर LOC का किया दौरा

इस मामले में ठग की पहचान किरण भाई पटेल के रूप में हुई है। पटेल पर आरोप है कि उसने खुद को पीएमओ ऑफिस में एडीश्नल डायरेक्टर के पद पर बताया था। वहीं मीडिया के सूत्रों ने बताया कि पटेल पिछले साल अक्टूबर से कश्मीर घाटी का दौरा कर रहा था। गिरफ्तार होने से पहले वह नियंत्रण रेखा (LOC) के करीब उरी में कमान पोस्ट से होते हुए श्रीनगर के लाल चौक तक पहुंचा था।

फुल सेक्योरिटी के साथ लक्जरी होटल में रहा

श्रीनगर के पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, पटेल इस पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में गतिविधियों में शामिल था। पकड़ा जाने से पहले तक उसने सरकारी आतिथ्य का आनंद लिया साथ ही एक निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और एक लक्जरी होटल में कमरा में रहने का लुफ्त उठाया।

‘समय रहते क्यों नहीं पकड़ा गया आरोपी’

वहीं मामले को लेकर पुलवामा के उपायुक्त (डीसी) बशीर उल हक और पुलिस अधीक्षक जुल्फकार आजाद से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूछताछ की। उन्होनेें कहा कि आरोपी को समय पर क्यों नहीं पकड़ा गया।

CID ने लगाया ठगी का पता

बता दें कि अभी तक जम्मू-कश्मीर पुलिस इस घटना को लेकर कुछ नहीं कहा है। लेकिन सूत्रों कग कहना है कि केंद्रीय एजेंसियों को इसकी भनक लगने से पहले ही सीआईडी ​​शाखा ने ठगी का पता लगा लिया था।

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