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इंडिया न्यूज़ (तिरुवनंतपुरम, Kerala government announces maternity leave of 60 days for girls Students): केरल की सरकार ने छात्राओं के लिए बड़ा ऐलान किया है। देश में पहली बार राज्य सरकार के शिक्षण संस्थानों में छात्राओं को मासिक धर्म (Menstrual) और मातृत्व (Maternity) अवकाश दिया जाएगा। 18 साल से अधिक उम्र की सभी छात्राओं को सरकार के इस फैसले का लाभ मिलेगा।
केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने कहा “18 साल से अधिक उम्र की छात्राओं को 60 दिनों का मातृत्व अवकाश मिलेगा।” वही मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस बारे में कहा कि हमारे उच्च शिक्षा विभाग के तहत आने वाले सभी संस्थानों की छात्राओं को मासिक धर्म और मातृत्व अवकाश दिया जाएगा। यह न्यायपूर्ण समाज को साकार करने के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Kerala | Girl students above 18 years of age can get a max of 60 days of maternity leave. The required attendance percentage for female students will be 73%,including menstrual leave,as against 75% earlier. Order has been issued in this regard: R Bindu, Higher Edu Minister (19.1) pic.twitter.com/0omgxZoqCn
— ANI (@ANI) January 19, 2023
शिक्षक संस्थानों में पहले छात्र-छात्राओं की आवश्यक उपस्थिति 75 प्रतिशत हुआ करती थी लेकिन अब छात्राओं के लिए यह 73 प्रतिशत होगी और छात्रों के लिए 75 प्रतिशत। उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने कहा “महिला छात्रों के लिए आवश्यक उपस्थिति प्रतिशत मासिक धर्म अवकाश सहित 73 प्रतिशत होगी, जो पहले 75 प्रतिशत थी।”
कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) द्वारा मासिक धर्म अवकाश देने का फैसला पहले ही लागू कर दिया गया है। सीयूएसएटी ने शनिवार 14 जनवरी को छात्राओं के लिए मासिक धर्म की छुट्टी देने की घोषणा कर दी थी। आर बिंदू के कार्यालय से जारी एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया कि एसएफआई के नेतृत्व वाले छात्र संघ की मांग के आधार पर सीयूएसएटी में मासिक धर्म की छुट्टी लागू की गई है। एसएफआई कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सवादी) का छात्र संगठन है।
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