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India News (इंडिया न्यूज़), Kim Jong train: नॉर्थ कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन मंगलवार सुबह रूस पहुंचे। माना जा रहा है कि वे व्लादिवोस्तोक शहर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे। ऐसे में ये कयास लगाया जा रहे हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर किम और पुतिन दोनों एक-दूसरे को किसी तरह की मदद दे सकते हैं। लेकिन इन सब के बीच इसे लेकर एक और चीज सूर्खियों में है और वो है किम का हवाई यात्रा की जगह ट्रेन का इस्तेमाल। आपको जानकार हैरानी होगी कि किम हवाई यात्रा से परहेज करते हं। वो ट्रेन से यात्रा करते हैं इसके पीछे का इतिहास बड़ा ही रोचक है। लीक नहीं हो पाती देश की ज्यादातर बातें
जानकारी से ये पता चलता है कि किम जोंग को उड़ने से डर लगता है। खास बात ये है कि किम की ये डर खानदानी है, यानी उनके पिता और दादा के बारे में भी यही कहा जाता रहा कि वो ट्रन से सफर करने से परहेकज किया करते थे। यहां तक कि किम से पहले ये दोनों कोरियाई नेता भी ट्रैवल से बचते रहे और बहुत जरूरी होने पर ही देश से बाहर जाते। इसमें भी जहां तक मुमकिन हो, अपनी ट्रेन से यात्रा करते। बता दें सोवियत लीडर जोसेफ स्टालिन के द्वारा पचास के शुरुआती दशक में किम के दादा किम 2 संग को एक ट्रेन तोहफे में दी गई थी। उसके बाद साल 1950 में कोरियन युद्ध के दौरान संग ने इसी ट्रेन को अपने हेडक्वार्टर की तरह इस्तेमाल किया और यहीं से दक्षिण कोरिया के खिलाफ युद्ध के लिए अपनी रणनीति बनाई थी। भीतर की तरफ लकड़ी के बेहद भारी काम वाली ये ट्रेन जल्द ही किम खानदान की शाही ट्रेन बन गई।
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया के अनुसार, साल 2011 में किंग जोंग इल की मौत भी इसी ट्रेन के भीतर काम करते हुए हुई थी। वे किसी पॉलिटिकल वर्क से प्योंगयांग से बाहर ट्रवलिंग कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रन की यात्रा के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई।
किम जोंग की ये ट्रेन कोई आम ट्रेन नहीं है। किम की तीन पीढ़ियां ट्रेन से ट्रैबल कर रही हैं। 250 मीटर लंबी इस ट्रेन में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। ट्रेन के सभी सीसें बुलट प्रुफ हैं जिनपर गोली-बारुद का भी कोई असर नहीं होता है। जानकारी के अनुसार, साल 2004 में उत्तर कोरियाई शहर योंगचोन की रेलवे लाइन में एक बारूदी विस्फोट हुआ, इस विस्फोट में 150 से ज्यादा जानें गई थीं। ब्लास्ट से कुछ पहले ही ये ट्रेन भी उस लाइन से गुजरी थी। इसके बाद से ट्रेन की सुरक्षा और भी मजबूत कर दी गई।
नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग की इस ट्रेन की सिक्योरिटी भी पूरी तरह सख्त है। नॉर्थ कोरिया के अंदर जहां भी ये ट्रेन गुजरने वाली होती है, उसके लगभग एक दिन पहले से ही लाइन्स की चेकिंग को शुरु कर दिया जाता है। इसके अलावा उस रास्ते को ब्लॉक कर दिया जाता है। यहां तक इस ट्रेन के निकलने से ठीक पहले एक और प्राइवेट ट्रेन भी उसी पटरी से गुजरती है, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
लग्जरी लाइफ जीने के लिए जाने जाते इस तानाशाह की ये ट्रेन किसी महल की तरह ही है। इसमें खास 22 बोगियों हैं। हर बोगी में विशाल बाथरूम भी है और डायनिंग भी है। इस ट्रेन में सफर कर रहे लोग आमतौर पर या तो किम के परिवारवाले होते हैं, या खुद किम होते हैं।
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