India News (इंडिया न्यूज़), Manipur Violence, इंफाल: मणिपुर में पांच दिन के लिए इंटरनेट बंद है। वायुसेना के विशेष विमान से सुरक्षा बलों को मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचाया गया। सुरक्षा के लिए असम राइफल्स और भारतीय सेना को तैनात किया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिनों दो बार मणिपुर के मुख्यमंत्री के साथ इस मुद्दे पर बैठक की है। आइए आपका इस विवाद से जुड़े 10 बातें बताते है-
1. ऑल इंडिया ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने के विरोध में रैली बुलाई थी, जिस दौरान हिंसा हुई।
2. मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार आदेश दिया था की मैतेई समुदाय की मांग पर विचार किया जाए और 4 महीने के भीतर केंद्र को इसका सुझाव भेजा जाए। इसका राज्य में विरोध हो रहा है।
55 टुकड़ियां तैनात
3. हिंसा रोकने के लिए पुलिस ने कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागे जब हिंसा नहीं रूकी तो आर्मी और असम राइफल्स की 55 टुकड़ियों को तैनात किया गया।
4. मणिपुर में हालात को देखते हुए सरकार ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है। राज्यपाल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि समझाने और चेतावनी के बावजूद स्थिति काबू में नहीं आने पर देखते ही गोली मारने की कार्रवाई की जा सकती है। आदेश दंड प्रक्रिया संहिता CRPC, 1973 के प्रावधानों के तहत जारी की जाती है।
9000 हजार लोग सुरक्षित ठिकानों पर
5. राज्य के इम्फाल पश्चिम, कैकचिंग थोऊबल, जिरिबाम, बिश्नुपुर, चूड़ाचंदपुर, कांगपोकपी और तेनग्नोउपाल में कर्फ्यू लागू है। अब तक 9,000 लोगों को सुरक्षाबलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।
6. सेना के अनुसार 5,000 लोगों को चुराचांदपुर में सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया तो 2,000 लोगों को इंफाल घाटी में और अन्य 2,000 लोगों को तेनुगोपाल जिले के सीमावर्ती शहर मोरेह में भेजा गया है।
अमित शाह ले रहे अपडेट
7. गृहमंत्री अमित शाह लगातार हालात का अपडेट ले रहे है। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने आज सुबह एक वीडियो मैसेज जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
8. केंद्र ने राज्य के हिंसा को देखते हुए RAF की टीमों को भी भेजा ह। RAF की पांच कंपनियों को इंफाल एयरलिफ्ट किया गया है और 15 अन्य जनरल ड्यूटी कंपनियों को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
मैतई की आबाादी 53 प्रतिशत
9.मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि हिंसा की वजह दो समुदायों के बीच गलतफहमियां हैं। लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को सही तरीके से लोगों की सलाह के जरिए हल कर लिया जाएगा। शांति बनाए रखें।
10. मैतेई एक गैर-आदिवासी समुदाय ह। यह मणिपुर की आबादी का 53% हिस्सा है। ये मुख्य रूप से इस समुदाय के लोग मणिपुर घाटी में रहते हैं। पिछले 10 साल से ये समुदाय ST का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
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