India News (इंडिया न्यूज़), Amritpal Surrender Reason, दिल्ली: खालिस्तान समर्थक व अलगाववादी अमृतपाल सिंह को रविवार सुबह लगभग पौने सात बजे पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे मोगा जिले में जरनैल सिंह भिंडरांवाला के गांव रोडे से पकड़ा गया है। इसी गांव में सितंबर 2022 में उसकी ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख के तौर पर दस्तारबंदी की गई थी। उसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तारी किया गया है।
- विदेश भागने में कामयाब नहीं हुआ
- पत्नी और साथियों पर हुई कार्रवाई
- कई संस्थाएं करेगी पूछताछ
समाचार एजेंसी एएनआइ को एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आइबी, RAW, NIA एवं अन्य केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की टीम उससे पूछताछ करने के लिए जेल जाएगी। उसके नौ साथी पहले से जेल में। जालंधर से फरार होने के बाद अपनी गिरफ्तारी तक वह कहां-कहां रहा और किन-किन लोगों ने उसकी मदद की, इसे लेकर उससे जेल में पूछताछ की जाएगी। इसके लिए पंजाब पुलिस भी डिब्रूगढ़ जाएगी।
करीबियों पर कार्रवाई
सूत्रों की खबर के अनुसार अमृतपाल ने जालंधर से फरार होने के बाद विदेश भागने की कोशिश की, लेकिन भारत-नेपाल सीमा पर कड़ी सुरक्षा के कारण वह पंजाब लौट आया। उसने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से सरबत खालसा बुलाने की मांग की, लेकिन न केवल उसकी मांग ठुकरा दी बल्कि उसे आत्मसमर्पण की नसीहत भी दी। फिर उसके बाद उसका करीबी पपलप्रीत गिरफ्तार हो गया तो उसको छिपने के लिए ठिकाने मिलने में मुश्किल खड़ी हो गई। वहीं, अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर शुक्रवार को लंदन जाने के लिए अमृतसर के एयरपोर्ट पर पहुंची तो पुलिस ने उससे पूछताछ करने के बाद वापस घर भेज दिया।
साथियों से दूर रखा गया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल को डिब्रूगढ़ जेल में उसके साथियों से दूर एक अलग सेल में रखा गया है। आइबी, रा और अन्य केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की एक टीम उससे पूछताछ करने के लिए डिब्रूगढ़ जेल पहुंचेगी। उससे धन के स्रोत के बारे में पूछताछ की जाएगी क्योंकि खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तान और अन्य देशों में उसके आकाओं के साथ उसके जुड़ाव के बारे में जानकारियां मिली हैं। असम पुलिस को जेल परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी करने के लिए कहा गया है।
यह भी पढ़े-
- रास्ते में बिछाएं पत्थर फिर की…,आतंकियों ने हमले से पहले की ये तैयारी
- किक्रेट के भगवान आज हुए 50 वर्ष के, कैरियर में बनाए ऐसे- ऐसे रिकॉर्ड्स जिसे तोड़ना लगभग नामुमकिन