बिज़नेस डेस्क/नई दिल्ली (The Shilphata-Jaroli section of the high speed corridor is located on the Maharashtra-Gujarat border): देश में बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। लार्सन एंड टुब्रो सहित चार कंपनियों ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल लाइन के पैकेज सी-3 के तहत शिलफाटा और जरोली के बीच 135 किलोमीटर लंबे संरेखण के सिविल और निर्माण कार्यों के डिजाइन और निर्माण के लिए अपनी-अपनी बिड जमा करवाई है। आपको बता दें की हाई स्पीड कॉरिडोर का शिलफाटा-जरोली खंड महाराष्ट्र-गुजरात सीमा पर स्थित है।
नेशनल हाई स्पीड रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने एक बयान के अनुसार लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, एनसीसी-जे कुमार (जेवी), एफकॉन्स-केपीटीएल कंसोर्टियम और दिनेशचंद्र-डीएमआरसी ने पैकेज सी-3 के लिए जे वी जिसमें ठाणे, विरार और बोइसर एचएसआर (हाई स्पीड रेल) स्टेशन भी शामिल हैं, के लिए बोली लगाई है।
चार फर्मों द्वारा बोली जमा करवाने के बाद अब इन बोलियों को तकनीकी रूप से मूल्यांकन किया जाएगा और उसके बाद बोली लगाने के लिए बिड को खोला जाएगा। एक बयान के अनुसार सामने आई जानकारी के मुताबिक यह सभी बिड तकनीक के दृष्टिकोण से काफी योग्य हैं और जल्द ही इनकी बोली के लिए बिड को खोला जाएगा।
मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (बुलेट ट्रेन परियोजना) की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है।
इस परियोजना में होने वाले खर्चें को तीन पार्टीयों द्वारा वहन किया जाएगा। पहला भारत सरकार जो 10,000 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी, दूसरा इस परियोजना में शामिल दो राज्य गुजरात और महाराष्ट्र, यह दोनों राज्य 5,000 करोड़ रुपए का भुगतान करेंगे। बाकी की बची शेष राशी जापान द्वारा भुगतान किया जाएगा। हालांकि जितने भी पैसे जापान लगाएगा उसपर जापान 0.1% प्रतिशत ब्याज लगाएगा।
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