MahaPanchayat On Yamuna Pollution: यमुना नदी में प्रदूषण समय के साथ बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर लोग अब विरोध प्रर्दशन और पंचायत करने लगे है। दिल्ली के मुंडका विधानसभा क्षेत्र के हिरण कूदना ग्राम में महापंचायत की गई। पंचायत में कहा गया कि पिछले आठ साल में करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी यमुना नाले की तरह बह रही है। केंद्र व दिल्ली सरकार को जवाब देना चाहिए कि धनराशि कहां गई।
- कांग्रेस नेताओं ने किया संबोधित
- चार जून को मानव श्रृंखला का निर्णय
- युमना की सफाई पर अब तक 653 करोंड़ खर्च
पंचायत में यह भी फैसला किया गया कि चार जून को एक विशाल मानव श्रृंखला बनाकर लोग अपना विरोध दर्ज करेंगे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. नरेश कुमार ने कहा है कि दिल्ली और केंद्र की भाजपा सरकार ने यमुना की सफाई के नाम पर 2013 से 23 अगस्त 2021 तक 653.86 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, लेकिन अब तक इसकी हालत पहले जैसी है।
दो बार लगा जुर्माना
हाल ही में दिल्ली सरकार पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने 6100 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में एनजीटी ने दिल्ली सरकार पर 900 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 के चुनावी में कहा था कि यमुना को इतना साफ कर देगे की लोग इसमें जाकर डूबकी लगाएंगे।
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