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महाराष्ट्र (Maharashtra Governor: Koshyari had expressed his desire to be relieved of his post in front of the PM about a month ago) : साल 2019 में कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया था। राज्यपाल के तौर पर कोश्यारी अपने बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहे।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया है। राष्ट्रपति ने कोश्यारी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और झारखंड के पूर्व राज्यपाल समेश बैस को कोश्यारी के जगह महाराष्ट्र का राज्यपाल बना दिया है।
कोश्यारी ने करीब एक महीने पहले पीएम के सामने पद मुक्त होने की इच्छा जताई थी। कोश्यारी ने ट्वीट करते हुए लिखा “पीएम मोदी की हाल ही की मुंबई यात्रा के दौरान मैंने उन्हें अपनी सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने और अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य गतिविधि में बिताने की अपनी इच्छा से अवगत कराया है. मुझे हमेशा पीएम मोदी से स्नेह मिला है और मुझे इस संबंध में भी ऐसा ही मिलने की उम्मीद है।”
राज्यपाल रहते कोश्यरी ने कई ऐसे बयान दिए जिससे विवाद हुआ और वह सुर्खियों में बने रहे। पिछले साल नवंबर 2022 में कोश्यारी ने शिवाजी महराज पर विवादीत बयान देते हुए उन्हें पुराने जामाने का आइकन कहा था। कोश्यारी ने कहा था “पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपका आदर्श कौन है तो आपका जवाब जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी होता था। अब महाराष्ट्र में ही बहुत सारे आइकन है। आपको कहीं और देखने की जरूरत नहीं है। यहां छत्रपति शिवाजी तो पुराने समय के आइकन हैं। इन दिनों के आइकन बाबासाहेब आंबेडकर और नितिन गडकरी जैसे लोग हैं।”
भगत सिंह कोश्यारी को साल 2019 में महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया था। कोश्यारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और नैनीताल से सांसद भी रह चुके हैं। साल 2008 से 2014 तक वे उत्तराखंड से राज्यससभा के सदस्य चुने गए थे जिसके बाद उन्हें महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सी रविशंकर का कार्यकाल पूरा होने के बाद महाराष्ट्र का नया राज्यपाल बनाया गया था।
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