संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
Mahua Moitra Attack Loksabha Speaker: हंगामें के कराण संसद सत्र के चार दिन बर्बाद हो चुके है। अब तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला केवल भाजपा सांसदों को ही अनुमति देते हैं फिर विपक्षी सांसदों को अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति दिए बिना सदन को स्थगित कर देते हैं।
ट्विटर पर उन्होंने कहा: “पिछले 3 दिनों में स्पीकर @ombirlakota ने केवल भाजपा के मंत्रियों को माइक पर बोलने की अनुमति दी और फिर संसद को स्थगित कर दिया, एक भी विपक्षी सदस्य को बोलने की अनुमति नहीं दी। लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और स्पीकर इसका नेतृत्व कर रहे है। मैं इस ट्वीट के लिए जेल जाने को तैयार हूं।”
https://twitter.com/MahuaMoitra/status/1636068942384082944?s=20
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी संसद को सुचारू रूप से नहीं चलने दे रही है क्योंकि उसे वहां अडानी का मुद्दा उठने का डर है। खेड़ा ने कहा, “कांग्रेस ध्यान भटकाने के लिए जब भी अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग उठाती है, वे (भाजपा) सत्र नहीं चलने देंगे। भाजपा डरी हुई है कि कोई गौतम अडानी का नाम संसद में उठाएगा।”
अडानी मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष संसद में विरोध कर रहा है। वही सत्ता पक्ष लंदन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की लोकतंत्र पर उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर बीजेपी सांसद नारेबाजी कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी सांसद भी प्लेकार्ड्स लेकर सदन में पहुंचे।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन में हंगामे पर कहा कि ये सदन चर्चा और संवाद के लिए है। इसलिए सदन को चलने दें। अगर आप जनता का कल्याण करना चाहते हैं। उन्होंने तख्तियां लेकर वेल में आए संसदों को सदन की गरिमा बनाए रखने की नसीहत भी दी और कहा कि ये सदन तख्तियां लेकर आने के लिए नहीं है।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.